- राज्यपाल होंगे दूसरे दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि
उदित वाणी, जमशेदपुर: जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय में दूसरे दीक्षांत समारोह की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. विश्वविद्यालय में चार फरवरी को दीक्षांत समारोह का आयोजन किया जाना है. सिदगोड़ा स्थित विश्वविद्यालय के नए कैंपस में होने वाले इस समारोह में राज्यपाल सह कुलाधिपति मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे. इस समारोह के लिए छात्राओं का ड्रेस कोड जारी कर दिया गया है. छात्राएं लाल दुपट्टे के साथ सफेद सलवार सूट’ या ‘लाल बोर्डर के साथ सफेद साड़ी या क्रीम रंग की साड़ी’ पहनकर दीक्षांत में भाग ले सकेंगी.
विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह से जुड़ी विभिन्न कमिटियां प्रतिदिन अपने काम की अद्यतन स्थितियों के संबंध में कुलपति प्रो. अंजिला गुप्ता के साथ बैठकें कर रही हैं. विश्वविद्यालय प्रशासन ने दीक्षांत समारोह से संबंधित कई आवश्यक सूचनाएं भी जारी की हैं. विश्वविद्यालय द्वारा सूचित किया गया है कि दीक्षांत समारोह के लिए पंजीकृत छात्राओं को पोशाक (कॉस्ट्यूम) और पहचान पत्र 30 जनवरी से एक फरवरी के बीच सुबह 11 बजे से 4 बजे तक सिदगोड़ा स्थित नए कैंपस में वितरित किया जाएगा. इसे प्राप्त करने के लिए 700 रूपए का पोशाक शुल्क भुगतान पर्ची काउंटर पर दिखाना अनिवार्य होगा. दीक्षांत समारोह स्थल (सिदगोड़ा परिसर) के काउंटर पर पोशाक वापसी के समय 500 रूपए वापस कर दिए जाएंगे.
पोशाक की धुलाई के लिए 200 रुपए काट लिए जाते हैं. गोल्ड मेडल पाने वाली छात्राएं अपने साथ दो अभिभावकों को विश्वविद्यालय द्वारा दिए गए वैध पहचान पत्र के साथ कार्यक्रम स्थल पर ला सकती हैं. वैध पहचान पत्र के बिना किसी भी व्यक्ति को आयोजन स्थल में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी. दीक्षांत में छोटे बच्चों को नहीं ले कर आने की सलाह दी गई है. डिग्री धारकों के लिए ड्रेस कोड ‘लाल दुपट्टे के साथ सफेद सलवार सूट’ या ‘लाल बोर्डर के साथ सफेद साड़ी या क्रीम रंग की साड़ी’ निर्धारित की गई है. सभी छात्राओं को पूर्वाह्न 9 बजे सिदगोड़ा कैंपस पहुंच जाना है.
महिला विवि में शुरू होगी संथाली और हो भाषा की पढ़ाई
जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय में संथाली व हो भाषा की पढ़ाई शुरू की जाएगी. विश्वविद्यालय प्रशासन ने इसकी तैयारी पूरी कर ली है. इन दोनों भाषाओं की पढ़ाई शुरू होने से आदिवासी कोल्हान के आदिवासी विद्यार्थियों को काफी सहूलियत होगी. जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय में इसकी पढ़ाई शुरू होने की स्थिति में आदिवासी छात्राओं को बड़ी सहूलियत मिलेगी. महिला विश्वविद्यालय की तैयारी यूजी स्तर पर संथाली व हो कि पढ़ाई शुरू कराने की है. इसके लिए विश्वविद्यालय में कई राउंड की तैयारी बैठक की जा चुकी है. महिला विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. अंजिला गुप्ता ने बताया कि जनजातीय भाषाओं के संवर्धन एवं विकास के लिए हो एवं संथाली भाषाओं की पढ़ाई प्रारंभ करने की प्रक्रिया प्रगति पर है.
गत वर्ष से लगातार इसके लिए प्रयास किया जा रहा है. बताते चलें कि हो व संथाली कि पढ़ाई शुरू करने के लिए विश्वविद्यालय को इनके शिक्षकों की नियुक्ति करनी होगी. कोल्हान विश्वविद्यालय में भी संथाली व हो की पढ़ाई कराई जाती है, लेकिन अबतक विवि में संथाली व हो के एक भी स्थायी शिक्षक नहीं हैं. विश्वविद्यालय के जिन अंगीभूत कॉलेजों में इसकी पढ़ाई कराई जाती है, वहां संविदा पर संथाली व हो शिक्षक रखे गए हैं. विमेंस यूनिवर्सिटी को भी शिक्षक नियुक्ति की चुनौती का सामना करना होगा.
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