उदित वाणी, जमशेदपुर: अरका जैन विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभाग ने इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी सेल के साथ क्राफ्टिंग नॉलेज: अप्रोचेज टू रिसर्च राइटिंग इन ह्यूमैनिटीज विषय पर पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया. इसमें मानविकी विषयों पर शोध कार्य कैसे और किन क्षेत्रों में करना उपयोगी है, इस पर चर्चा की गयी. मानविकी में शोध की नींव पर डॉ राहुल आमिन, अनुसंधान डिजाइन और दृष्टिकोण पर डॉ राजकुमारी घोष, साहित्य समीक्षा और डेटा संग्रह के लिए उपकरण पर डॉ शाहीन फातमा, साहित्यिक अध्ययन में विश्लेषणात्मक रूपरेखा पर डॉ रूपा सरकार और विषय निर्धारण पर डॉ मनोज कुमार पाठक ने रिसोर्स पर्सन की भूमिका में व्याख्यान दिया. कार्यशाला की कन्वेनर डॉ राजकुमारी घोष थीं और समन्वयक डॉ मनोज कुमार पाठक थे.
उद्घाटन सत्र में कुलपति प्रो (डॉ) ईश्वरन अय्यर ने कहा कि मानविकी पर किये गए शोध मानव जीवन एवं समाज के विभिन्न पहलुओं पर किया जाता है, जिससे मानव विकास की यात्रा को समझा जा सकता है. बोर्डफ ऑफ़ मैनेजमेंट के चेयरपर्सन प्रो. एसएस रज़ी ने कहा कि मानविकी में अनुसंधान का उद्देश्य साहित्य, इतिहास, दर्शन, कला और भाषा जैसे विभिन्न विषयों के अध्ययन के माध्यम से मानव संस्कृति, अनुभव और अभिव्यक्ति का गंभीर विश्लेषण और व्याख्या करना है, जिसका उद्देश्य मानवीय मूल्यों, विश्वासों और के बारे में हमारी समझ को गहरा करना है.
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