
उदित वाणी, जमशेदपुर : साकची थाना क्षेत्र में सट्टेबाजी के अवैध धंधे के पैसों के बंटवारे को लेकर दो गुटों के बीच हिंसक टकराव और फायरिंग की घटना ने शहर की कानून-व्यवस्था पर एक बार फिर सवाल खड़ा कर दिया है। घटना 31 मई से 3 जून के बीच की बताई जा रही है, जिसमें दोनों गुटों ने एक-दूसरे पर जानलेवा हमला किया और खुलेआम फायरिंग की।
इस गंभीर मामले में साकची थाना प्रभारी आनंद कुमार मिश्रा के बयान पर कुल 26 से अधिक आरोपियों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है। इनमें शहर के विभिन्न इलाकों से जुड़े अपराधकर्मियों के नाम सामने आए हैं।
आरोपियों की सूची में कई कुख्यात चेहरे शामिल
पहले गुट की ओर से दर्ज आरोपियों में निम्न नाम शामिल हैं:
दानिश खान (उलीडीह निवासी)
आरिफ अली (आजाद बस्ती)
विकास (बागबेड़ा डीबी रोड)
आन सिद्दकी (मानगो रोड नंबर 2)
साकिब (मानगो रोड नंबर 6)
मोनू (दानिश का सहयोगी)
जाबिर (कपाली अलबेला गार्डेन)
आलमगीर खान (मानगो जवाहर नगर रोड नंबर 14)
बाबू (गौसनगर)
विकास उर्फ बच्चा (कदमा शास्त्रीनगर रोड नंबर 4)
राहुल तिवारी, आजाद गिरि, विकास यादव (सभी बागबेड़ा डीबी रोड)
वहीं, दूसरे गुट की ओर से जिन लोगों को आरोपी बनाया गया है, उनमें शामिल हैं:
नदीम उर्फ गुटका (आज़ादनगर, आशियाना)
राहुल छाबड़ा (गोलमुरी, हावड़ा ब्रिज निवासी)
बकार (मानगो)
नुमान (गोलमुरी)
मिराज बच्चा (साकची मोहम्मडन लाइन)
भला और इरफान (दोनों आजादबस्ती)
चिकना मनोज (मानगो रोड नंबर 8)
मनोज उर्फ छोटा मुंडी, विक्रम (डिमना चौक)
अल्फी (एमजीएम थाना क्षेत्र)
तथा अज्ञात छह अन्य।
पुलिस ने गंभीर धाराओं में दर्ज की प्राथमिकी
थाना प्रभारी आनंद कुमार मिश्रा के अनुसार, दोनों गुटों ने न सिर्फ इलाके की शांति व्यवस्था भंग की बल्कि सरेआम हथियार लहराकर आम नागरिकों की सुरक्षा को भी खतरे में डाला। दोनों पक्षों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है, जिसमें मुख्यतः धारा 147 (दंगा), 148 (घातक हथियार से दंगा), 149 (गैंग के रूप में अपराध), 307 (हत्या का प्रयास), 120बी (आपराधिक षड्यंत्र), और आर्म्स एक्ट की धाराएँ शामिल हैं।
पुलिस की सक्रियता बढ़ी, संभावित गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने साकची, मानगो, बागबेड़ा और कपाली क्षेत्र में सघन तलाशी अभियान चलाया है। कई संदिग्धों के ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। थाना प्रभारी के अनुसार, “हम सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल लोकेशन और चश्मदीद गवाहों के बयान के आधार पर जांच को आगे बढ़ा रहे हैं। शहर में असामाजिक तत्वों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।”
शहर में दहशत का माहौल, आम नागरिकों की सुरक्षा पर चिंता
इस फायरिंग की घटना के बाद से साकची और आसपास के क्षेत्रों में दहशत का माहौल है। व्यापारियों और स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से क्षेत्र में स्थायी पुलिस गश्त बढ़ाने की मांग की है। कई स्थानीय संगठनों ने भी घटना की निंदा करते हुए सट्टेबाजी जैसे अवैध धंधों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस का कहना – अपराधियों की कुंडली खंगाली जा रही
सूत्रों की मानें तो इनमें कई नाम पहले भी आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहे हैं। कुछ के खिलाफ हत्या, लूट, और रंगदारी के केस भी पहले दर्ज हो चुके हैं। पुलिस सभी आरोपियों की पुरानी आपराधिक पृष्ठभूमि खंगाल रही है।
उदित वाणी टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।