
उदित वाणी, जमशेदपुर : मानगो थाना क्षेत्र के आजाद नगर रोड नंबर 12 में शुक्रवार को वर्षों पुराना एक संपत्ति विवाद हिंसक झड़प में तब्दील हो गया। यह विवाद सौतेले भाई सैयद मोबीन अली और उनकी बहन डॉ. हेमराम के बीच 6 कट्ठा जमीन को लेकर चल रहा था, जो वर्तमान में एसडीओ कोर्ट में विचाराधीन है। लेकिन न्यायिक प्रक्रिया के बावजूद शुक्रवार को दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए और विवाद मारपीट तक पहुंच गया, जिसमें दोनों पक्षों से दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
सूत्रों के अनुसार, यह विवाद पिछले कई वर्षों से चला आ रहा है, परंतु हाल के दिनों में भूमि की कानूनी स्थिति को लेकर विवाद ने तीखा रूप ले लिया था। शुक्रवार की सुबह जब सैयद मोबीन अली पक्ष के कुछ लोग जमीन पर पहुंचे तो डॉ. हेमराम के परिजनों से कहासुनी हो गई। देखते ही देखते यह बहस हिंसक झड़प में बदल गई, जिसमें लाठी-डंडों और लोहे की रॉड का भी प्रयोग किया गया।
पुलिस की तत्परता से टली बड़ी अनहोनी
स्थानीय लोगों द्वारा हिंसा की सूचना मिलते ही मानगो थाना प्रभारी और उनकी टीम तत्काल मौके पर पहुंची। पुलिस के हस्तक्षेप से हालात पर काबू पाया गया और घायल लोगों को इलाज के लिए एमजीएम अस्पताल भेजा गया। झड़प के चलते क्षेत्र में करीब तीन घंटे तक तनावपूर्ण माहौल बना रहा। किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए पुलिस ने इलाके में अतिरिक्त बल की तैनाती कर दी।
प्रशासन ने लिया सख्त रुख, संपत्ति सील
घटना की गंभीरता को देखते हुए अनुमंडल दंडाधिकारी (एसडीओ) के निर्देश पर अंचल अधिकारी (सीओ) विजय कुमार श्रीवास्तव मौके पर पहुंचे और पुलिस बल की उपस्थिति में विवादित भूमि को सील कर दिया गया। सीओ श्रीवास्तव ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि,
“यह मामला न्यायिक प्रक्रिया में है। इसके बावजूद दोनों पक्षों द्वारा कानून को हाथ में लिया गया है, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसी स्थिति में प्रशासन को कड़ी कार्रवाई करनी पड़ी।”
उन्होंने आगे कहा कि जब तक न्यायालय द्वारा कोई स्पष्ट आदेश नहीं दिया जाता, तब तक उस भूमि पर कोई भी गतिविधि प्रतिबंधित रहेगी।
स्थानीय लोगों में भय, प्रशासन से सुरक्षा की मांग
इस घटना के बाद आजाद नगर क्षेत्र के स्थानीय लोगों में भय का माहौल है। नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे विवादित क्षेत्रों में स्थायी रूप से पुलिस गश्ती और निगरानी की व्यवस्था की जाए ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना की पुनरावृत्ति न हो।
सीएसआर पहल के तहत घायल परिजनों को मदद की संभावना
जानकारी मिल रही है कि कुछ स्थानीय औद्योगिक इकाइयाँ, जो सीएसआर (कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) गतिविधियों के अंतर्गत स्वास्थ्य सहायता देती हैं, घायल परिजनों की मदद के लिए आगे आ सकती हैं। प्रशासन ने भी अस्पताल से रिपोर्ट प्राप्त कर संबंधित सहायता के लिए जिला प्रशासन को सूचित किया है।
प्रशासन की चेतावनी : कानून हाथ में लेने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई
जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। दोनों पक्षों से जुड़े व्यक्तियों की पहचान कर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा रही है और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच जारी है।
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