
उदित वाणी, जमशेदपुर : टाटानगर जीआरपी में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया गया है। टाटानगर रेल थाना के प्रभारी राम प्यारे राम को गुरुवार को लाइन क्लोज कर दिया गया। यह कार्रवाई नवनियुक्त रेल एसपी ऋषभ गर्ग के द्वारा उनके पदभार ग्रहण के साथ ही की गई।
ज्ञात हो कि कुछ दिन पूर्व रांची जोन के आइजी रेल अमोल वी होमकर ने टाटानगर रेल थाना का औचक निरीक्षण किया था। इस दौरान थाना प्रभारी राम प्यारे राम ड्यूटी से अनुपस्थित पाए गए थे। उन्होंने किसी भी प्रकार की पूर्व सूचना नहीं दी थी और न ही उस समय उनके मोबाइल पर संपर्क हो सका।
इस लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए आइजी होमकर ने तत्कालीन आदेश में उन्हें निलंबित करने की अनुशंसा की थी, लेकिन रेल एसपी का पद उस समय रिक्त होने के कारण यह कार्रवाई अटकी रह गई थी।
गुरुवार को ऋषभ गर्ग ने रेल पुलिस अधीक्षक का पदभार संभालते ही सबसे पहले इसी लंबित कार्रवाई को अमल में लाया और राम प्यारे राम को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया।
रेल पुलिस की ओर से मिली जानकारी के अनुसार, फिलहाल जीआरपी के सब-इंस्पेक्टर जीतराम को टाटानगर जीआरपी थाना प्रभारी का प्रभार सौंपा गया है। स्थायी थाना प्रभारी की नियुक्ति के लिए विभागीय अधिसूचना जल्द ही जारी की जाएगी।
रेल एसपी ऋषभ गर्ग ने मीडिया से बातचीत में स्पष्ट किया कि विभागीय अनुशासन और ड्यूटी के प्रति समर्पण में कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि रेल थाना क्षेत्रों में गश्ती, एफआईआर निष्पादन और यात्रियों की सुरक्षा प्राथमिकता होगी।
जांच के दायरे में अन्य भी
सूत्रों के अनुसार, निरीक्षण के दौरान थाना परिसर की गंदगी, रिकॉर्ड संधारण में लापरवाही और गश्ती दल की अनुपस्थिति को भी आइजी ने गंभीरता से लिया था। इस पूरे प्रकरण में कुछ अन्य अधिकारियों की भूमिका भी जांच के घेरे में है।
रेल मंडल में यह कार्रवाई एक सख्त संदेश के तौर पर देखी जा रही है। रेलवे पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों का कहना है कि जनता और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जवाबदेही तय करना जरूरी है।
पूर्व रिकॉर्ड भी रहे हैं विवादित
उल्लेखनीय है कि राम प्यारे राम के कार्यकाल में पहले भी कई बार विभागीय कार्यशैली पर सवाल उठ चुके हैं। स्टेशन परिसर में अवैध वेंडिंग, दलालों की सक्रियता और एफआईआर में देरी जैसी शिकायतें नियमित रूप से मिलती रही थीं। हालांकि इन मामलों में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो पाई थी।
नवनियुक्त रेल एसपी ऋषभ गर्ग को अनुशासनप्रिय और कार्यकुशल अधिकारी माना जाता है। झारखंड पुलिस के तेजतर्रार अधिकारियों में गिने जाने वाले गर्ग के नेतृत्व में रेलवे क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बेहतर होने की उम्मीद की जा रही है।
स्थानीय रेल यात्रियों और दैनिक यात्रियों में इस कार्रवाई को लेकर सकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिली है। यात्रियों का कहना है कि लंबे समय से टाटानगर जीआरपी में अनुशासन की कमी देखी जा रही थी। अब नई टीम के आने से उम्मीद है कि गश्ती और सुरक्षा व्यवस्था में सुधार होगा।
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