उदित वाणी, पटमदा : पटमदा एवं बोड़ाम प्रखंड के विभिन्न गांवों में इन दिनों आवारा कुत्तों का आतंक कायम हो गया है और लोग अपने घरों से निकलने में भी डर रहे हैं. सिर्फ बुधवार एवं गुरुवार को दो दिनों में 30 लोग पटमदा के माचा स्थित सीएचसी अस्पताल पहुंचे थे इलाज करवाने व एंटी रेबीज टीका लगवाने. बुधवार को देर रात तक 8 लोग पहुंचे. गुरुवार को अहले सुबह करीब साढ़े 4 बजे लावा गांव निवासी नियति प्रमाणिक को एक कुत्ता ने काट लिया. वह महिला बेलटांड़ स्थित पीडीएस दुकान में राशन उठाव के लिए अपना नंबर हेतु कार्ड जमा करने जा रही थी. इसके कुछ देर बाद पटमदा बाजार में एक ट्रक ड्राइवर पर भी एक अन्य कुत्ते ने हमला करते हुए घायल कर दिया.
बताते हैं कि जमशेदपुर निवासी ड्राइवर जैसे ही ट्रक का गेट खोलकर उतरा तो कुत्ते ने उसे काट लिया. इसके बाद सुबह करीब साढ़े 6 बजे पटमदा अगाढ़ा के पास एक महिला पर 5 की संख्या में आए कुत्तों के झुंड ने हमला कर दिया, वह किसी तरह जान बचाकर भागी. वहीं गाड़ीग्राम में मनरेगा की योजना में काम करने पैदल जा रही लावा निवासी महिला मजदूर प्रीतिलता सिंह को भी एक कुत्ते ने काट लिया. जबकि अपने घर से मॉर्निंग वॉक के लिए निकले लावा निवासी त्रिपुरा सिंह को भी उस कुत्ते ने काट लिया. बताते हैं कि महिला मजदूर प्रीतिलता सिंह ने हिम्मत दिखाते हुए उस कुत्ते के जबड़े को अपने हाथों से फाड़ते हुए मौत के घाट उतार दिया.
इसके बाद पटमदा सीएचसी अस्पताल पहुंचने पर प्राथमिक उपचार के बाद एमजीएम अस्पताल रेफर कर दिया गया. सीएचसी अस्पताल में एंटी रेबीज के टीके खत्म हो जाने से इन मरीजों को एमजीएम अस्पताल जाना पड़ा और वहां भी टीका खत्म होने पर बाहर से खरीदकर लगवाना पड़ा. इस संबंध में पटमदा के सीएचसी प्रभारी डॉ. क्रिस्टोफर बेसरा ने कहा कि दो दिनों में 30 मामले आए और टीके का स्टॉक खत्म होने पर 5 महिला पुरुषों को एमजीएम अस्पताल भेज दिया गया. उन्होंने कहा कि एंटी रेबीज टीका उपलब्ध कराने की मांग सिविल सर्जन कार्यालय से की गई है.
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