
उदित वाणी, जमशेदपुर : टाटानगर रेल सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने रेल सम्पत्ति की चोरी और टिकटों की कालाबाजारी से जुड़े दो अलग-अलग मामलों में बड़ी कार्रवाई करते हुए एक संगठित गिरोह का भंडाफोड़ किया है। कार्रवाई के दौरान स्क्रैप कारोबारी समेत कुल पांच लोगों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। गिरफ्तार लोगों के पास से रेलवे की चोरी की गई लाखों की केबुल तार सहित अन्य सामग्रियां बरामद की गई हैं।
चोरी के तार बेचे 34 हजार में, कीमत लाखों में
रेल संपत्ति चोरी के मामले में आरपीएफ ने कीताडीह ग्वाला बस्ती निवासी सूरज साव, ट्रैफिक कॉलोनी निवासी मोहम्मद समीर और कैरेज कॉलोनी निवासी मोनू ठाकुर को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों ने रेलवे के बहुमूल्य केबुल तार को चुराकर महज ₹34,000 में स्क्रैप कारोबारियों को बेच दिया था, जबकि इनकी वास्तविक कीमत लाखों रुपये बताई जा रही है।
सूचना मिलने पर आरपीएफ प्रभारी राकेश मोहन ने एक विशेष टीम गठित कर छापेमारी की योजना बनाई। योजनाबद्ध तरीके से तीनों मुख्य चोरों को दबोचा गया। पूछताछ में उन्होंने चोरी के तारों को स्क्रैप टाल में बेचने की बात स्वीकार की, जिसके बाद स्क्रैप कारोबारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई।
स्क्रैप टाल पर छापेमारी, दो संचालक गिरफ्तार
आरपीएफ ने आरोपियों के बयान के आधार पर बर्मामाइंस स्थित स्क्रैप टाल में छापेमारी की, जहां से चोरी का सामान बरामद किया गया। टाल के संचालक राजकुमार जायसवाल को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद बागबेड़ा में स्क्रैप कारोबारी रतन कालिंदी के टाल पर छापेमारी की गई। यहां से भी बड़ी मात्रा में चोरी की गई रेलवे संपत्ति बरामद हुई, और रतन कालिंदी को भी हिरासत में ले लिया गया।
आरपीएफ की सख्ती से अपराधियों में हड़कंप
लगातार हो रही सघन छापेमारी और रेलवे संपत्ति की चोरी पर लगाम कसने के प्रयासों ने रेलवे परिसर में सक्रिय असामाजिक तत्वों के बीच हड़कंप मचा दिया है। आरपीएफ प्रभारी राकेश मोहन ने कहा कि रेलवे की सम्पत्ति पर किसी प्रकार की चोरी या नुकसान को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आरपीएफ पूरी मुस्तैदी से काम कर रही है और इस प्रकार की गतिविधियों में लिप्त व्यक्तियों को जल्द ही चिन्हित कर कानून के हवाले किया जाएगा।
रेलवे प्रशासन की अपील
रेलवे प्रशासन ने आम नागरिकों से अपील की है कि यदि रेलवे संपत्ति की चोरी या अवैध गतिविधियों से संबंधित कोई जानकारी हो तो तत्काल आरपीएफ या नजदीकी रेलवे थाने को सूचित करें। जानकारी देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी।
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