उदित वाणी, जमशेदपुर : गालूडीह थाना क्षेत्र के पुतरु गांव में मंगलवार को जमीन विवाद ने हिंसक रूप ले लिया. दो गुटों के बीच मारपीट हुई, जिसमें पिस्तौल और लाठी-डंडों का इस्तेमाल किया गया. चार हमलावरों ने एक स्थानीय व्यक्ति पर जानलेवा हमला कर दिया.
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन पुरुषों और एक महिला को हथियारों के साथ गिरफ्तार किया. सभी आरोपियों को जेल भेजने की प्रक्रिया जारी है.
वर्षों पुराना विवाद बना हिंसा की वजह
घटना का कारण वर्षों पुराना जमीन विवाद बताया जा रहा है. पुतरु निवासी तारापदो महतो (40 वर्ष) और मानगो मून सिटी निवासी जितेंद्र कुमार दुबे के बीच मौजा पुटुडू की 77 डिसमिल भूमि को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था.
इस जमीन का कुछ हिस्सा NH-33 चौड़ीकरण परियोजना में चला गया था. इसके एवज में अंचल अधिकारी, घाटशिला ने तारापदो को 3 डिसमिल जमीन माफी में दी थी. इसी भूमि से सटी हुई जितेंद्र दुबे की भी जमीन है, और वे माफी की गई भूमि पर कब्जा करने का प्रयास कर रहे थे.
महिला ने रची साजिश, पुरुषों ने किया हमला
मंगलवार को लक्ष्मी चक्रवर्ती नामक महिला ने तारापदो को फोन कर निर्माणाधीन मकान के पास बुलाया. पहले तो तारापदो ने मना कर दिया और महिला को थाने आने को कहा. लेकिन जैसे ही वह मौके पर पहुँचे, वहां जितेंद्र दुबे (पिस्तौल के साथ), विजय कुमार, जगन्नाथ गोराई और लक्ष्मी चक्रवर्ती पहले से मौजूद थे.
महिला ने कॉलर पकड़कर लाठी से हमला किया. हमले में तारापदो का हाथ टूट गया और पिस्तौल से सिर पर वार भी किया गया.
स्थानीय होटल मालिक की तत्परता ने बचाई जान
गंगा होटल के मालिक पप्पू की तत्परता से तारापदो की जान बच सकी. उन्होंने ग्रामीणों की मदद से घायल को अस्पताल पहुँचाया और गालूडीह थाना में घटना की लिखित शिकायत दर्ज कराई.
पुलिस की तत्परता से चार आरोपी गिरफ्तार
सूचना मिलते ही गालूडीह पुलिस हरकत में आई. चारों आरोपियों को हथियारों सहित गिरफ्तार कर लिया गया. थानाध्यक्ष ने बताया कि उनके खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है और मामले की गहन जांच चल रही है.
पीड़ित परिवार की मांग – मिले न्याय और सुरक्षा
तारापदो महतो के परिजनों और ग्रामीणों ने घटना की निंदा की है. उन्होंने प्रशासन से आरोपियों को कड़ी सजा और पीड़ित को सुरक्षा प्रदान करने की मांग की है.
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