
उदित वाणी, कोलाबीरा : झीमड़ी गांव की चर्चित लव जिहाद और धर्म परिवर्तन मामले में पीड़िता रिता महतो ने अब अपना बयान बदलने की अनुमति मांगी है. उन्होंने चांडिल अनुमंडलाधिकारी को एक आवेदन सौंपा है, जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया है कि पहले जो बयान उन्होंने दर्ज कराया था, वह डर और दबाव में दिया गया था.
धमकी से दबाव में दिया था बयान?
रिता महतो ने आरोप लगाया है कि पहले उन्हें धमकी दी गई थी कि यदि वे बयान नहीं देंगी, तो उनके पूरे परिवार को गंभीर नुकसान पहुंचाया जाएगा. इसी भय के कारण उन्होंने तत्कालीन परिस्थितियों में वह बयान दे दिया था. अब वे अपने पहले बयान को बदलना चाहती हैं.
“हिंदू धर्म में है मेरी आस्था”
रिता ने आवेदन में कहा है कि वे हिंदू धर्म में पूरी आस्था रखती हैं और गौमाता की पूजा करती हैं. पहले उन्होंने दबाव में जो कुछ कहा, वह उनका वास्तविक विचार नहीं था. अब वे स्वतंत्र रूप से अपनी धार्मिक पहचान और विश्वास को सार्वजनिक रूप से स्वीकार करना चाहती हैं.
क्या मिलेगा पीड़िता को न्याय?
यह मामला अब नया मोड़ ले चुका है. पीड़िता की सुरक्षा और धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा करना प्रशासन की प्राथमिकता होनी चाहिए. चांडिल के अनुमंडलाधिकारी से मांग की गई है कि वे मामले की निष्पक्ष जांच कर रिता महतो को न्याय दिलाने की दिशा में ठोस कदम उठाएं.
शांति की ओर बढ़ रहा झीमड़ी गांव
यह मामला 26 अप्रैल को सामने आया था. घटना के 43 दिन बीत चुके हैं. अब झीमड़ी गांव में सामान्य स्थिति बहाल हो रही है. दुकानें खुलने लगी हैं और जनजीवन पटरी पर लौटता दिख रहा है. हालांकि एहतियातन धारा 144 अब भी लागू है. पुलिस और दंडाधिकारी की तैनाती बरकरार है ताकि शांति बनी रहे.
उदित वाणी टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।