उदित वाणी, जमशेदपुर: महिलाओं की सुरक्षा को लेकर तमाम दावे किए जाते हैं, लेकिन जमीनी हकीकत डराने वाली है. जमशेदपुर के गोलमुरी में 6 मार्च को एक दिल दहला देने वाली घटना घटी, जब एक किशोरी अपनी सहेली के घर पढ़ाई के सिलसिले में गई थी. घर में मौजूद रिंकी देवी का मुंहबोला भाई, गदड़ा निवासी दयानंद पाठक, जो पेशे से पुजारी है, किशोरी को अकेला देखकर उसकी अस्मिता लूटने पर उतारू हो गया.
दुष्कर्म के बाद पैसे और कपड़े देकर चुप कराने की कोशिश
पीड़िता के अनुसार, घटना के बाद जब वह रोने लगी और उसके कपड़े खून से लथपथ हो गए, तो आरोपी दयानंद पाठक ने उसे शांत करने की कोशिश की. जब वह नहीं मानी, तो उसे 1000 रुपये दिए गए. इसके बावजूद जब वह रोती रही, तो रिंकी देवी के पति विजय कृष्ण ने इसी पैसे में से 900 रुपये के नए कपड़े लाकर उसे दिए.
सबूत मिटाने की कोशिश, परिजन पहुंचे सहेली के घर
रिंकी देवी ने किशोरी को नया कपड़ा पहनाया और खून से सने पुराने कपड़ों को पानी में धोकर सबूत मिटाने की कोशिश की. इधर, जब किशोरी काफी देर तक घर नहीं पहुंची, तो उसके परिजन उसे खोजते हुए सहेली के घर पहुंचे. वहां उन्होंने किशोरी को दर्द और सदमे में पाया. जब उसे घर ले जाया गया, तो उसने सारी घटना अपनी मां को बताई.
पुलिस ने आरोपियों को भेजा जेल
परिजनों की शिकायत पर गोलमुरी थाने में मामला दर्ज किया गया. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी दयानंद पाठक और किशोरी की सहेली के पिता विजय कृष्ण को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इस मामले में संलिप्त रिंकी देवी की तबीयत बिगड़ने के कारण उसे बेहतर इलाज के लिए रिम्स रेफर किया गया है.
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