कोडरमा: कोडरमा जिले में भ्रूण जांच पर नकेल कसने के लिए चलाए जा रहे ऑपरेशन डिकॉय के तहत पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. यह ऑपरेशन स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन द्वारा मिलकर चलाया जा रहा है, जिसका उद्देश्य भ्रूण लिंग निर्धारण की अवैध प्रथा को रोकना है.
गिरफ्तारी और कार्रवाई
कोडरमा जिले के सिरदला क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन की संयुक्त टीम ने छापेमारी कर शिवम् अल्ट्रासाउंड क्लीनिक में एक व्यक्ति को रंगे हाथ पकड़ लिया. आरोपी से पूछताछ के बाद उसे नवादा पुलिस के हवाले कर दिया गया. यह ऑपरेशन डिकॉय के तहत अब तक की तीसरी बड़ी गिरफ्तारी है.
ऑपरेशन डिकॉय की सफलता
सिविल सर्जन डॉक्टर अनिल कुमार ने बताया कि लिंगानुपात में गिरावट के चलते भ्रूण जांच के मामलों की शिकायतें बढ़ रही थीं. पहले, पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन के जरिए कोडरमा के ग्रामीण इलाकों सहित बरही और चौपारण में भ्रूण जांच की जाती थी. इसे रोकने के लिए यह ऑपरेशन शुरू किया गया था. पहले भी बिंदु सिंह और पवन यादव को ऑपरेशन डिकॉय के तहत गिरफ्तार किया जा चुका है.
गिरोह के अन्य सदस्य पकड़े जाएंगे
स्वास्थ्य विभाग को सूचना मिल रही थी कि गिरोह के अन्य सदस्य कोडरमा और सिरदला के इलाकों में भ्रूण जांच करने के लिए महिलाओं को अनजान तरीके से आकर्षित कर रहे थे. इस आधार पर, एक गर्भवती महिला को शिवम् अल्ट्रासाउंड क्लीनिक भेजा गया, जहां ऑपरेटर ने बड़ी रकम लेकर भ्रूण जांच करने की पेशकश की. इस दौरान टीम ने छापेमारी कर आरोपी को गिरफ्तार किया.
बड़ी सफलता की ओर
डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि यह सफलता कोडरमा जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के लिए महत्वपूर्ण कदम है. ऑपरेशन डिकॉय की कार्यवाही से अवैध भ्रूण जांच के खिलाफ ठोस कार्रवाई हो रही है, जिससे इस प्रथा पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी.
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