खूंटी: झारखंड के खूंटी जिले के मुरहू थाना क्षेत्र में अंधविश्वास के एक खौफनाक मामले में 40 वर्षीय महिला बुधनी पूरती की बेरहमी से हत्या कर दी गई. घटना पतराडीह गांव की है, जहां 7 मई की सुबह बुधनी का शव उनके घर में मिला. गर्दन कटी हुई थी और शरीर पर धारदार हथियार से किए गए हमलों के कई निशान थे.
अंधविश्वास बना हत्या की वजह
पुलिस के अनुसार हत्या के पीछे गांव के ही लोर सिंह उर्फ एतवा का अंधविश्वास कारण बना. उसे संदेह था कि बुधनी उसकी बेटी पर काला जादू कर रही है. आठ-नौ महीने की बच्ची की बार-बार तबीयत बिगड़ने से वह मानसिक तनाव में था. इसी अंधविश्वास के चलते उसने तीन अन्य साथियों को बुलाया और 6 मई की रात बुधनी पर उस समय हमला किया, जब वह सो रही थी.
36 घंटे में पुलिस ने सुलझाया मामला
मुरहू पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए महज 36 घंटे में हत्याकांड का खुलासा कर दिया. एसडीपीओ वरुण रजक ने बताया कि चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इनमें लोर सिंह के अलावा बुरूमा गांव का एरनियुस ओडेया उर्फ ततउ, केवड़ा गांव का गनसा हस्सा पूरती उर्फ रोगा और अड़की थाना क्षेत्र के लोंगा गांव का प्रवीण मुंडू उर्फ टकलू शामिल हैं.
विशेष टीम ने जुटाए सुराग, बरामद हुए हथियार
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के निर्देश पर बनाई गई विशेष टीम में सब-इंस्पेक्टर विमल और कंचन कुमार कुशवाहा को शामिल किया गया. टीम ने तकनीकी विश्लेषण और ग्रामीणों से मिली जानकारी के आधार पर आरोपियों की पहचान की. छापेमारी कर चारों को गिरफ्तार कर लिया गया. हत्या में प्रयुक्त टांगी और अन्य हथियार भी बरामद कर लिए गए हैं.
न्यायिक हिरासत में भेजे गए आरोपी
गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों को शुक्रवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. यह मामला एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करता है कि झारखंड जैसे राज्य में आज भी काला जादू और डायन-भूत के अंधविश्वास किस हद तक लोगों को हिंसा के रास्ते पर ले जा रहा है.
(IANS)
उदित वाणी टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।