उदित वाणी, जमशेदपुर: गोविंदपुर स्थित अल्तमस सिटी में शनिवार देर रात उत्तर प्रदेश एसटीएफ और झारखंड एटीएस की संयुक्त कार्रवाई में मुख्तार अंसारी गैंग के कुख्यात शार्प शूटर अनुज कनौजिया को मार गिराया गया. इस एनकाउंटर में उत्तर प्रदेश एसटीएफ के डीएसपी पीके शाही भी घायल हो गए, जिनका इलाज टाटा मुख्य अस्पताल (टीएमएच) में चल रहा है. पुलिस ने मौके से एक अन्य अपराधी को गिरफ्तार किया है, जबकि बाकी बदमाशों की तलाश जारी है.
कैसे हुआ एनकाउंटर
मिली जानकारी के अनुसार, अनुज कनौजिया पिछले दो महीनों से गोविंदपुर इलाके में छिपा हुआ था. यूपी एसटीएफ को उसके मोबाइल नंबर के जरिए जमशेदपुर में उसकी मौजूदगी की सूचना मिली थी. इसके बाद एसटीएफ ने झारखंड एटीएस के सहयोग से उसकी घेराबंदी की योजना बनाई. शनिवार रात करीब 10 बजे पुलिस को पुख्ता जानकारी मिली कि वह अल्तमस सिटी में छिपा हुआ है. इसके बाद एसटीएफ और एटीएस की टीमों ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी.
पुलिस ने अपराधियों को सरेंडर करने का निर्देश दिया, लेकिन अंदर से अचानक फायरिंग शुरू हो गई. अपराधियों ने बम से भी हमला किया, जिससे हालात और तनावपूर्ण हो गए. जवाबी कार्रवाई में एसटीएफ ने फायरिंग की, जिसमें अनुज कनौजिया मारा गया. एनकाउंटर के दौरान डीएसपी पीके शाही को भी गोली लगी, जिसके बाद उन्हें टीएमएच में भर्ती कराया गया. पुलिस ने मौके से एक अन्य अपराधी को गिरफ्तार किया है, जबकि अन्य फरार अपराधियों की तलाश जारी है.
पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया शव
अनुज कनौजिया के शव को पोस्टमार्टम के लिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज भेजा गया है. पुलिस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है और फरार अपराधियों की धरपकड़ के लिए सर्च ऑपरेशन चला रही है.
अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी
सूत्रों के मुताबिक, अनुज कनौजिया उत्तर प्रदेश में कई संगीन मामलों में वांछित था. पुलिस की जांच में सामने आया है कि वह जमशेदपुर से ही अपने गैंग से संपर्क में था. यूपी एसटीएफ और झारखंड एटीएस इस ऑपरेशन के तहत अन्य अपराधियों पर भी शिकंजा कस रही है. पुलिस का कहना है कि अपराधियों के खिलाफ आगे भी सख्त कार्रवाई जारी रहेगी.
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