
- 164 गिरोह सहयोगियों की गतिविधियों पर सतत निगरानी
उदित वाणी, जमशेदपुर : शहर में बढ़ते अपराध पर लगाम लगाने और शहर को अपराधमुक्त बनाने की दिशा में जिला पुलिस ने कमर कस ली है। पुलिस अधीक्षक कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, शहर में सक्रिय कुल 32 कुख्यात अपराधियों की सूची तैयार की गई है, जिन पर सीसीए (अपराध नियंत्रण अधिनियम) के तहत तड़ीपार करने या एक वर्ष तक के लिए जेल भेजने की अनुशंसा उपायुक्त से की जाएगी। पुलिस का उद्देश्य स्पष्ट है—अपराध की जड़ों को उखाड़ फेंकना और शहरवासियों को एक सुरक्षित माहौल प्रदान करना।
चिन्हित 32 अपराधियों की सूची में सभी क्षेत्र शामिल
जिला पुलिस ने जमशेदपुर के विभिन्न थानों की सूचनाओं के आधार पर इन 32 अपराधियों को चिह्नित किया है। इनमें सबसे अधिक नाम उलीडीह, जुगसलाई, परसुडीह, बागबेड़ा, गोलमुरी, टेल्को, बिरसानगर, सोनारी, कदमा, मानगो, सीतारामडेरा और सिदगोड़ा थाना क्षेत्रों से हैं। इन अपराधियों पर चोरी, रंगदारी, सुपारी किलिंग, अवैध वसूली, आपराधिक धमकी, अवैध हथियार रखने और मारपीट जैसे गंभीर आरोप हैं।
इनमें प्रमुख नाम इस प्रकार हैं:
उलीडीह थाना: गुड्डू पांडेय, विवेक तिवारी, मो. शहनवाज, बॉबी पॉल, अविनाश
जुगसलाई थाना: मनीष सिंह, नगमा खातुन उर्फ लाली, निजाम, सरफराज उर्फ तिल्ली
परसुडीह थाना: शाहिल यादव
बागबेड़ा थाना: अजय मल्ला (शातिर चोर)
गोलमुरी थाना: कालू
टेल्को थाना: संजय बंगाली, बृजनंदन पाठक, रवि सरकार
बिरसानगर थाना: राहुल लोहार, दीपु ओझा
सोनारी थाना: गोलू मछुआ
कदमा थाना: तनवीर उर्फ गोरा, मुकेश विभर, राहुल पंडित, प्रशांत कुमार, विक्की नंदी
मानगो थाना: संजर अहमद, सुनील ठाकुर
सीतारामडेरा थाना: राहुल राय
सिदगोड़ा थाना: प्रभाष सिंह, अक्षय सिंह, अंशू चौहान, गोलू, चन्ने और निक्के
इन सभी अपराधियों के खिलाफ पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज हैं और इन पर शहर के वातावरण को दूषित करने के आरोप हैं। जिला पुलिस की मंशा है कि इन पर कठोर प्रशासनिक कार्रवाई करते हुए इन्हें या तो शहर से तड़ीपार किया जाए या एक वर्ष तक जेल भेजा जाए, जिससे शहर में कानून-व्यवस्था मजबूत बनी रहे।
20 गिरोहों के 164 सहयोगियों पर निगरानी, रोजाना थानों में दे रहे हाजिरी
इतना ही नहीं, पुलिस ने शहर में सक्रिय 20 बड़े गिरोहों के कुल 164 सहयोगियों की पहचान भी कर ली है। इन पर निगरानी रखते हुए इन्हें हर दिन अपने-अपने थानों में हाजिरी लगाने के आदेश दिए गए हैं। पुलिस की क्राइम ब्रांच और स्थानीय थानों की संयुक्त निगरानी में इनकी गतिविधियों पर विशेष नजर रखी जा रही है, ताकि गिरोह दोबारा सक्रिय न हो सके।
गिरोहवार आंकड़े इस प्रकार हैं:
गिरोह का नाम सहयोगी संख्या
अखिलेश सिंह गिरोह (बागबेड़ा) 19
गणेश सिंह गिरोह 17
अमरनाथ सिंह गिरोह 19
कन्हैया सिंह गिरोह 11
मासूक मनीष गिरोह (उलीडीह) 10
मोहित सिंह गिरोह 3
बिट्टू कामत गिरोह 3
बिल्ला पाठक गिरोह 7
सिंटू सिंह गिरोह। 6
विकास सिंह उर्फ हेते गिरोह 14
विकास तिवारी गिरोह 9
भानु मांझी गिरोह 7
प्रकाश मिश्रा गिरोह (जेम्को) 10
रंजीत-संजीत गिरोह (बागबेड़ा) 8
रविदास गिरोह (सोनारी) 10
राहुल सिंह गिरोह 6
सोनू सिंह गिरोह 3
सागर कामत गिरोह 3
सुधीर दुबे गिरोह 3
गुड्डू पांडेय गिरोह 5
इन सभी को थाना द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षक कर्मियों की देखरेख में प्रतिदिन रिपोर्ट करना अनिवार्य किया गया है। अगर कोई भी सदस्य बिना सूचना के अनुपस्थित पाया गया या संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त पाया गया, तो उस पर भी सीसीए, गुंडा एक्ट या अन्य सख्त धाराओं में कार्रवाई की जाएगी।
एसएसपी का स्पष्ट संदेश: “अपराधियों को मिलेगी सजा, कानून व्यवस्था से कोई समझौता नहीं”
जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय से जारी बयान में साफ कहा गया है कि जमशेदपुर को अपराध मुक्त बनाने के लिए पुलिस जीरो टॉलरेंस पॉलिसी पर काम कर रही है। शहर में कोई भी अपराधी अब सुरक्षित नहीं रहेगा। पुलिस का नेटवर्क बेहद सक्रिय है और लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा, “जो भी व्यक्ति समाज में भय फैलाने, असामाजिक गतिविधियां करने या गिरोह बना कर अवैध कार्यों में लिप्त है, उसे या तो कानून के हवाले किया जाएगा या शहर से बाहर किया जाएगा। कोई भी राजनीति, जाति या वर्ग अब इन अपराधियों को नहीं बचा पाएगा। कानून सबके लिए समान है।”
जनता से अपील: सहयोग करें, सूचना दें
पुलिस ने आम नागरिकों से भी अपील की है कि अगर उन्हें किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधि, असामाजिक तत्वों की गतिविधि, या गिरोह से जुड़े किसी व्यक्ति की संदिग्ध हरकतें दिखें तो वे गोपनीय रूप से पुलिस कंट्रोल रूम (100) या नजदीकी थाना को सूचना दें।
सूचना देने वालों की पहचान गोपनीय रखी जाएगी।
जमशेदपुर में जिला पुलिस का यह ताजा अभियान न केवल अपराधियों के लिए चेतावनी है, बल्कि यह आम जनता के बीच सुरक्षा और विश्वास का संदेश भी है। 32 कुख्यात अपराधियों की सूची और 164 गिरोह सहयोगियों पर निगरानी की यह कार्रवाई इस ओर इशारा करती है कि अब अपराधियों के लिए शहर में कोई जगह नहीं बची है। जमशेदपुर पुलिस का यह अभियान आने वाले दिनों में शहर को सुरक्षित और शांतिपूर्ण बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकता है।
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