उदित वाणी, जमशेदपुर: मानगो बालीगुमा स्थित आशियाना सनसिटी हाउसिंग सोसाइटी में गुरुवार को दोपहर करीब 12 बजे एक भयावह घटना घटित हुई, जब सोसाइटी की उपाध्यक्ष सुनंदा सिंह और सदस्य रिंकू राहा कार्यालय पहुंचीं। वहां पहले से ही मौजूद कुछ लोगों ने न केवल कार्यालय की कुर्सियों पर कब्जा कर रखा था, बल्कि विरोध करने पर उपाध्यक्ष के साथ मारपीट और अभद्र व्यवहार भी किया।
गला दबाने और चप्पल से मारने की कोशिश
प्रत्यक्षदर्शियों और शिकायत के अनुसार, सुनंदा सिंह द्वारा कुर्सी खाली करने के आग्रह पर कंचन सिंह ने उनके गले को दबाने की कोशिश की। साथ में मौजूद निधि सिंह, अरुण सिंह और निलेश सिंह ने भी उकसाया। किसी तरह खुद को बचाते हुए सुनंदा ने फाइल और कुर्सी फेंककर जान बचाई।
थाने में शिकायत के बाद भी नहीं दर्ज हुआ मामला
घटना के बाद सुनंदा सिंह, उनके पति डॉ. राणा प्रवीण और अन्य सदस्यों ने एमजीएम थाना में शिकायत दर्ज कराई। मेडिकल रिपोर्ट भी सौंपी गई, परंतु पुलिस ने न ही प्राथमिकी दर्ज की और न ही शिकायत की रिसीविंग दी। इससे सोसाइटी के सदस्यों में जबरदस्त आक्रोश व्याप्त हो गया।
आपातकालीन मीटिंग और नया विवाद
शाम में बुलाई गई आपातकालीन जेनरल बॉडी मीटिंग में सदस्यों ने घटना की कड़ी निंदा की और एक प्रस्ताव पारित किया। इसी दौरान यह ज्ञात हुआ कि आरोपी अरुण सिंह कार्यालय और हॉल में ताला बंद कर चाबी लेकर भाग गए हैं। पुलिस को सूचना देने के बावजूद एक घंटे के इंतजार के बाद भी ताला नहीं खुलवाया जा सका।
पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल
जब डॉ. राणा प्रवीण थाने पहुंचे, तब तक पूरी जेनरल बॉडी को थाने बुला लिया गया, लेकिन पुलिस ऑफिस और हॉल का ताला खुलवाने में असफल रही। इससे स्पष्ट होता है कि पुलिस की भूमिका इस पूरे मामले में संदेह के घेरे में है।
सेवाओं में हो सकता है व्यवधान, निवासी भयभीत
कार्यालय बंद होने से सोसाइटी की मूलभूत सेवाओं में बाधा आने की संभावना है। घटना के बाद से सोसाइटी के निवासी डरे हुए हैं और उनमें भय का माहौल है।
प्राथमिकी दर्ज, उच्च पुलिस अधिकारियों से मिलने की तैयारी
निवासियों के दबाव और आक्रोश को देखते हुए अंततः एमजीएम थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है। अब सोसाइटी के लोग जिला के वरीय पुलिस अधिकारियों से मिलकर निष्पक्ष कार्रवाई की मांग करने की तैयारी कर रहे हैं।
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