पलामू: पलामू जिले के छतरपुर थाना क्षेत्र में 22 महीने पहले हुई हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। बिहार के सिवान जिला निवासी मृत्युंजय साह की हत्या के आरोप में बिहार के औरंगाबाद निवासी अमित मेहता को गिरफ्तार किया गया है। यह मामला पत्नी के प्रेमी के बीच बढ़े विवाद का परिणाम था, जिसके चलते आरोपी ने हत्या की साजिश रची थी।
हत्या की वजह, पत्नी के प्रेम संबंध
पलामू के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) राकेश कुमार ने गुरुवार को मामले का खुलासा करते हुए बताया कि मृतक मृत्युंजय साह और आरोपी अमित मेहता एक साथ राजस्थान में काम करते थे। इस दौरान मृत्युंजय और अमित की पत्नी अनीता के बीच प्रेम संबंध बन गए थे। दोनों के बीच फोन पर लगातार बातों का सिलसिला चल रहा था, जो बाद में अमित को पता चला।
अमित ने अपनी पत्नी और दोस्त को एक-दूसरे से बात करने से मना किया था, लेकिन इसके बावजूद मृत्युंजय अनीता से बात करने का दबाव डालता रहा। इस परिस्थिति ने अमित को तंग कर दिया और उसने अपनी पत्नी अनीता के साथ मिलकर मृत्युंजय की हत्या की योजना बनाई।
हत्या की साजिश और अपराध
अनीता ने मृत्युंजय साह को फोन कर बिहार के डेहरी में मिलने के लिए बुलाया। इसके बाद दोनों बस से पलामू के छतरपुर थाना क्षेत्र स्थित देवगन पहुंचे, जहां अमित और मृत्युंजय के बीच बहस हुई। इसी दौरान अमित ने मृत्युंजय को गोली मारकर उसकी हत्या कर दी और शव को जंगल में फेंक दिया। पुलिस ने 21 जून 2023 को जंगल से मृत्युंजय का शव बरामद किया था, जिसे पहले ब्लाइंड केस माना गया था।
मामले का खुलासा और गिरफ्तारी
मृतक के परिवार ने पुलिस को बताया कि मृत्युंजय साह प्लांट में नौकरी करने के लिए घर से निकला था, लेकिन उसके शव के मिलने के बाद मामले की गंभीरता बढ़ गई। पलामू पुलिस ने इस हत्याकांड की तफ्तीश के दौरान विभिन्न साक्ष्यों को जुटाया और अंततः आरोपी तक पहुंचने में सफल रही।
इस मामले के खुलासे में छतरपुर के एसडीपीओ अवध कुमार यादव, इंस्पेक्टर द्वारिका राम, थाना प्रभारी प्रशांत प्रसाद और निर्मल कुमार सिंह की अहम भूमिका रही।
(IANS)
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