उदित वाणी, जमशेदपुर: टाटा स्टील प्रबंधन ने ट्यूब्स डिवीजन स्थित डिस्पेंसरी को बंद करने का फैसला लिया है. प्रबंधन ने 10 दिन पहले कमेटी मेंबरों के साथ हुई बैठक में इसकी जानकारी दे दी है. हालांकि कमेटी मेंबरों ने इस फैसले पर विचार करने का आग्रह प्रबंधन से किया है. प्रबंधन इस डिस्पेंसरी को बंद कर फर्स्ट एड सेंटर (प्राथमिक उपचार केंद्र) में तब्दील करेगा.
इस डिस्पेंसरी के बंद होने से आसपास रहनेवाले कर्मचारियों तथा उनके परिवार के सदस्य प्रभावित होंगे. ट्यूब्स डिवीजन में पचास वर्ष से अधिक समय से डिस्पेंसरी है. यहां कर्मचारियों के साथ उनके परिवार के सदस्यों का इलाज होता रहा है. वर्तमान में बर्मामाइंस, ईस्ट प्लांट बस्ती, प्रेमनगर, लक्ष्मीनगर समेत इन क्षेत्रों के आसपास रहने वाले कंपनी के कर्मचारियों तथा उनके परिवार के सदस्य इस डिस्पेंसरी से लाभान्वित होते हैं. प्रबंधन ने यूनियन को आंकड़ा दिया है कि प्रतिदिन औसतन 40 लोगों का इलाज यहां होता है.
10 दिन पहले ईआइसी ने वहां के यूनियन कमेटी मेंबरों के साथ बैठक की थी. इस डिस्पेंसरी में तीनों पालियों में डॉक्टर होते हैं. फार्मासिस्ट और कंपाउंडर भी हैं. यहां रक्त संग्रह की भी सुविधा है. यानी एक डिस्पेंसरी की सारी सुविधाएं है. फर्स्ट एड सेंटर खुलने पर सिर्फ यहां एक डॉक्टर तथा कंपाउंडर होंगे. बैठक में कमेटी मेंबरों ने कहा है कि फर्स्ट एड सेंटर बनाने पर यहां डॉक्टर तो होंगे ही, भवन भी होगा. दवा ऑनलाइन लोग ले ही रहे हैं. ऐसे में किसी प्रकार का खर्च कम नहीं हो रहा है. इसपर पुनर्विचार करने का आग्रह किया है.
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