उदित वाणी, जमशेदपुर : झारखंड और ओडिशा के ग्रामीण क्षेत्रों से 70 युवाओं को अप्रैल 2025 में विभिन्न कंपनियों में प्लेसमेंट प्राप्त हुआ. यह सफलता टाटा स्टील फाउंडेशन की प्रतिबद्धता का प्रत्यक्ष प्रमाण है, जो भारत सरकार के “स्किल इंडिया मिशन” के अनुरूप युवाओं को कौशल विकास के माध्यम से सशक्त बनाने के लिए सतत प्रयासरत है.टाटा स्टील फाउंडेशन झारखंड और ओडिशा में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) को सक्रिय रूप से सशक्त बना रहा है, जिससे एक समग्र पारिस्थितिकी तंत्र तैयार हो रहा है जो उद्योग-उन्मुख कौशल को प्रोत्साहित करता है.
ये संस्थान तकनीकी और गैर-तकनीकी दोनों प्रकार के विविध पाठ्यक्रम प्रदान करते हैं, जिन्हें विशेष रूप से ग्रामीण और वंचित समुदायों से आने वाले युवाओं की क्षमताओं और आकांक्षाओं को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है. उल्लेखनीय है कि फाउंडेशन द्वारा समर्थित पहला औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, आईटीआई तामाड़, वर्ष 2012 में स्थापित किया गया था, जो भारत सरकार की स्किल इंडिया मिशन की शुरुआत से तीन वर्ष पहले की बात है. वर्तमान में, चार आईटीआई सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल के तहत संचालित हो रहे हैं, जिनमें से तीन झारखंड सरकार के साथ और एक ओडिशा सरकार के साथ साझेदारी में संचालित हो रहें हैं.
इस उपलब्धि पर बात करते हुए, कैप्टन अमिताभ, हेड, स्किल डेवलपमेंट, टाटा स्टील फाउंडेशन ने कहा: “हमारी सबसे बड़ी उपलब्धि यह रही है कि हमने आईटीआई प्रशिक्षण को प्रेरणा का स्रोत बना दिया है. खासकर उन छात्रों के लिए जो वंचित समुदायों से आते हैं, जो कभी छात्रों को जोड़ने की चुनौती थी, वह अब एक आंदोलन बन चुका है. आज स्थिति यह है कि दाखिले के लिए कतारें लगती हैं और हमें उम्मीदवारों का चयन स्क्रीनिंग के ज़रिए करना पड़ता है. हमारा लगातार 100 फीसदी प्लेसमेंट रिकॉर्ड, जिसमें विदेशी प्लेसमेंट भी शामिल हैं.
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