उदित वाणी, जमशेदपुर: टाटा स्टील का कहना है कि कंपनी वायु प्रदूषण को कम करने के लिए नई तकनीक का सहारा ले रहीहै. कंपनी जिम्मेदारी से अपने वायु उत्सर्जन को कम करने का प्रयास कर रही है और जिन समुदायों में यह संचालित होती है, वहां स्वस्थ परिवेशी वायु गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए अत्याधुनिक कुशल प्रदूषण नियंत्रण प्रौद्योगिकियों और उच्च ऊर्जा कुशल सुविधाओं के साथ काम कर रही है. पिछले कुछ वर्षों में टाटा स्टील ने संयंत्र उन्नयन और आधुनिकीकरण में निवेश किया है और आज यह देश के सबसे कुशल और आधुनिक इस्पात संयंत्रों में से एक है.
क्षेत्र में समग्र परिवेशी वायु गुणवत्ता और वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) विभिन्न कारकों पर निर्भर करता है जैसे कि मौसम संबंधी स्थितियां, परिदृश्य और भौगोलिक स्थितियां, यातायात घनत्व, वाणिज्यिक और आवासीय गतिविधियां, जनसंख्या घनत्व और शहरीकरण, नजदीकी औद्योगिक क्षेत्र इत्यादि. इसलिए किसी क्षेत्र में एक्यूआई का स्तर ऐसी परिवेशीय स्थितियों और उत्सर्जन के स्रोतों के आधार पर मौसमी परिवर्तनों के साथ पूरे वर्ष बहुत भिन्न होता है. एक जिम्मेदार कॉर्पोरेट के रूप में टाटा स्टील, स्वस्थ और टिकाऊ भविष्य के लिए पर्यावरण प्रदूषण को कम करने के लिए निरंतर सुधार के लिए हमेशा प्रयासरत रहेगी.
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