2700 में 1450 बाईसिक्स कर्मियों को मिल चुका है स्थायीकरण का तोहफा
उदित वाणी, जमशेदपुर: टाटा मोटर्स प्रबंधन ने हाईकोर्ट के आदेश के आलोक में गत 25 जनवरी 2024 को हुए त्रिपक्षीय समझौते के तहत शुक्रवार को छठे चरण के तौर पर और 225 कर्मियों के स्थायीकरण का तोहफा दिया. इस तरह 2700 बाईसिक्स कर्मियों में से 1450 कर्मियों को स्थायीकरण का लाभ मिल चुका है. अब केवल 1250 बाईसिक्स कर्मी रह गए हैं, जिन्हें स्थायी किया जाना बाकी है.
जून 2026 तक समाप्त होगा बाईसिक्स कर्मियों का युग
माना जा रहा है कि और पांच चरणों में शेष बचे बाईसिक्स कर्मी स्थायी हो जाएंगे. जून 2026 तक टाटा मोटर्स में बाईसिक्स कर्मियों का युग समाप्त हो जाएगा.
छठी सूची में 225 के नाम
छठे चरण की सूची को लेबर ब्यूरो के सूचना पट पर चिपका दिया गया है. स्थायी होने वाले बाईसिक्स कर्मियों का मेडिकल 3 अप्रैल से 6 मई के बीच होगा. यूनियन की कोशिश है कि समझौते से ज्यादा बाईसिक्स कर्मियों को स्थायी किया जाए, ताकि जल्द से जल्द सभी बाईसिक्स कर्मियों को स्थायी किया जा सके.
सूची में शामिल कर्मियों को मेडिकल टेस्ट के एक दिन पहले अपने सारे दस्तावेजों के साथ लेबर ब्यूरो से संपर्क करना होगा. मेडिकल टेस्ट के लिए ए शिफ्ट में काम करने वाले बी शिफ्ट में और बी शिफ्ट में काम करने वाले ए शिफ्ट में संपर्क करेंगे.
टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष गुरमीत सिंह एवं महामंत्री आर. के. सिंह ने संयुक्त रूप से स्थायी होने वाले सभी कर्मचारियों को बधाई दी है.
यूनियन की अपील
महामंत्री आर. के. सिंह ने कहा कि जिन मजदूर भाइयों का नाम परमानेंट होने वाली सूची में है, वे नोटिस में दिए गए निर्देशों के अनुसार समय पर लेबर ब्यूरो में रिपोर्ट करें. यदि किसी को कोई परेशानी अथवा संबंधित विषय में कोई पूछताछ करनी हो तो वे यूनियन कार्यालय में आकर संपर्क कर सकते हैं.
कर्मियों को ये दस्तावेज साथ लाने होंगे
- हालिया चार पासपोर्ट साइज फोटो (लाल बैकग्राउंड).
- पैन कार्ड.
- बैंक पासबुक.
- यूएएन सर्विस हिस्ट्री.
- शैक्षणिक डिग्री के सभी प्रमाणपत्र.
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