उदितवाणी, जमशेदपुर : सिंहभूम चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने झारखंड राज्य के जोनल आई.जी. अखिलेश झा (भा.पु.से.), कोल्हान डी.आई.जी. मनोज रतन चोथे (भा.पु.से.), और कोल्हान के तीनों जिलों के पुलिस अधीक्षकों के साथ ऑनलाइन ज़ूम मीटिंग का आयोजन किया.
पुलिस अधिकारियों के साथ संवाद
बैठक में पूर्वी सिंहभूम के वरीय पुलिस अधीक्षक किशोर कौशल, नगर पुलिस अधीक्षक कुमार शिवाशीष, ग्रामीण पुलिस अधीक्षक ऋषभ गर्ग, सरायकेला एसपी मुकेश लुनायत और चाईबासा एसपी आशुतोष शेखर शामिल हुए. इस दौरान कानून-व्यवस्था, ट्रैफिक और क्षेत्रीय समस्याओं पर चर्चा हुई.
अध्यक्ष ने क्या कहा?
चैम्बर अध्यक्ष विजय आनंद मूनका ने मीटिंग की शुरुआत करते हुए पुलिस अधिकारियों का स्वागत और धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि सिंहभूम चैम्बर केवल व्यवसायिक नहीं, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारियों के निर्वहन में भी अग्रणी है. उन्होंने बताया कि कोल्हान सरकार को सर्वाधिक राजस्व देने वाला क्षेत्र है और इसे ‘लघु भारत’ कहना अनुचित नहीं होगा.
बेहतर पुलिसिंग की ज़रूरत
अध्यक्ष मूनका ने कहा कि विधि-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस अधिकारी प्रयासरत हैं, लेकिन बेहतर पुलिसिंग, विशेषकर ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता है. हाल के दिनों में चोरी, छिनतई और अपराध की घटनाएं बढ़ी हैं, जिनपर नियंत्रण आवश्यक है.
साइबर क्राइम और संसाधनों की कमी
मानद महासचिव मानव केडिया ने साइबर अपराध पर चिंता जताते हुए कहा कि पुलिस की कोशिशें सराहनीय हैं, लेकिन संसाधनों और प्रशिक्षित कर्मचारियों की कमी से कार्य प्रभावित हो रहा है. इस दिशा में सुधार जरूरी है.
मीटिंग में उठाए गए प्रमुख मुद्दे
आर्म्स लाइसेंस का अभाव – व्यवसायियों को आत्मरक्षा के लिए शस्त्र लाइसेंस नहीं मिल पा रहे हैं.
चेकिंग का भयावह स्वरूप – चौराहों पर वाहन चेकिंग से आमजन में भय का माहौल. मरीजों, महिलाओं, बुजुर्गों को भी परेशान किया जाता है.
फुटपाथ पर अतिक्रमण – मुख्य बाजारों में सड़क किनारे दुकानों के कारण रास्ते अवरुद्ध. महिला ग्राहकों को परेशानी होती है.
जाम की समस्या – पारडीह चौक से डिमना रोड तक ट्रकों की अव्यवस्थित पार्किंग और गैराजों से यातायात बाधित.
स्थानीय व्यापारिक संगठनों की बातें
दीपक भालोटिया (व्यापार मंडल) – परसुडीह कृषि बाजार की हालत खराब. सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होने चाहिए.
विपिनभाई अडेसरा (स्वर्ण व्यवसायी संघ) – स्वर्ण व्यवसायियों की सुरक्षा को लेकर चिंता.
मनमोहन खंडेलवाल (आदित्यपुर) – चोरी की घटनाएं, पार्किंग की समस्या और ट्रैफिक जाम को लेकर बात रखी.
रमेश अग्रवाल – ईएमसी में अपराध की बढ़ती घटनाएं. ऑटो क्लस्टर में टी.ओ.पी. की मांग दोहराई.
मनोज चौधरी (सरायकेला चैम्बर) – स्थानीय मुद्दों के समाधान की मांग की.
चाईबासा से उठे मुद्दे – नशा, साइबर क्राइम और ट्रैफिक अव्यवस्था मुख्य चिंता के विषय रहे.
पुलिस अधिकारियों की प्रतिक्रिया
आई.जी. और डी.आई.जी. ने भरोसा दिलाया कि पुलिस प्रशासन विधि-व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए सतत प्रयासरत है. उन्होंने व्यवसायियों से आग्रह किया कि वे अपने प्रतिष्ठानों में सीसीटीवी कैमरे लगाएं और आत्मरक्षा हेतु स्प्रे आदि का उपयोग करें. उन्होंने सुझाव दिया कि प्रत्येक माह पुलिस अधिकारियों और चैम्बर के बीच बैठक होनी चाहिए.
बैठक में उपस्थित प्रमुख लोग
विजय आनंद मूनका, मानव केडिया, अनिल मोदी, अधिवक्ता राजीव अग्रवाल, पूनीत कांवटिया, अभिषेक अग्रवाल गोल्डी, अंशुल रिंगसिया, बिनोद शर्मा, दीपक भालोटिया, विपिनभाई अडेसरा, प्रवीण गुटगुटिया, दशरथ उपाध्याय, मनोज चौधरी, मनमोहन खंडेलवाल, उमेश खीरवाल, नुरूल होदा, मनोज अडेसरा, नवल खेमका, रमेश अग्रवाल समेत अन्य गणमान्य सदस्य मौजूद रहे.
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