
मुंबई: गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार ने सकारात्मक रुख के साथ कारोबार की शुरुआत की. वैश्विक संकेतों में अस्थिरता के बावजूद घरेलू निवेशकों में उत्साह देखने को मिला. शुरुआती घंटे में फार्मा, आईटी और ऑटो सेक्टर में खासतौर पर खरीदारी देखी गई. सुबह 9:29 बजे तक सेंसेक्स 268.8 अंक यानी 0.33 प्रतिशत बढ़कर 81,267.09 पर पहुंच गया. वहीं निफ्टी 82.75 अंक यानी 0.34 प्रतिशत की तेजी के साथ 24,702.95 पर कारोबार कर रहा था.
निफ्टी बैंक में हल्की गिरावट, स्मॉलकैप और मिडकैप में मजबूती
निफ्टी बैंक हल्की गिरावट के साथ 29.70 अंक नीचे 55,647.15 पर रहा. दूसरी ओर, निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 263.35 अंक चढ़कर 58,188 और स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 141.65 अंक की तेजी के साथ 18,398.75 पर पहुंच गया. विश्लेषकों का कहना है कि बुधवार को निफ्टी में बनी मजबूती और इंडिया वीआईएक्स में आई लगभग 5 प्रतिशत की गिरावट से बाजार के बुलिश ट्रेंड को समर्थन मिल सकता है.
तकनीकी दृष्टिकोण: किन स्तरों पर नज़र?
एक्सिस सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख अक्षय चिंचलकर के अनुसार, “निफ्टी का 24,462 स्तर फिलहाल आशावादी रुख बनाए हुए है. अगर यह स्तर टूटता है तो बाजार 23,800 के समर्थन स्तर तक फिसल सकता है. फिलहाल, अल्पकालिक प्रतिरोध 24,760 और 24,882 के बीच देखा जा रहा है.” वैश्विक संकेतों की बात करें तो अधिकांश विदेशी शेयर बाजारों में तेजी का रुख है, जिससे घरेलू बाजार को भी सकारात्मक समर्थन मिला है.
सेंसेक्स में कौन रहे अग्रणी और कौन पिछड़े?
बाजार में इटरनल, पावर ग्रिड, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एचडीएफसी बैंक, एचसीएल टेक, टीसीएस, इंडसइंड बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक प्रमुख लाभ में रहे. वहीं, नेस्ले इंडिया, टाइटन, बजाज फाइनेंस, टाटा मोटर्स और टेक महिंद्रा सबसे अधिक नुकसान झेलने वाले शेयरों में शामिल रहे.
अमेरिकी डेटा से सतर्कता, भारत के लिए संभावनाएं
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के मुख्य रणनीतिकार डॉ. वी.के. विजयकुमार के अनुसार, “अमेरिका में आईएसएम पीएमआई डेटा में तेज गिरावट आई है, जिससे अमेरिकी अर्थव्यवस्था की रफ्तार में कमी का संकेत मिलता है. 10-वर्षीय अमेरिकी बॉन्ड यील्ड गिरकर 4.36 प्रतिशत पर आ गई है, और इसमें और गिरावट की संभावना बनी हुई है.”
उनके अनुसार, यह परिदृश्य भारत जैसे उभरते बाजारों के लिए मध्यम अवधि में अनुकूल साबित हो सकता है. विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि गिरावट पर खरीदारी की रणनीति अभी भी उपयुक्त है. आगामी आरबीआई एमपीसी बैठक में संभावित दर कटौती को देखते हुए ब्याज दरों के प्रति संवेदनशील शेयरों को प्राथमिकता दी जाएगी.
एशियाई बाजारों में मिला-जुला प्रदर्शन
हांगकांग, बैंकॉक, सोल, चीन और जकार्ता में तेजी का माहौल रहा, जबकि जापान का बाजार लाल निशान में कारोबार करता नजर आया.
अमेरिकी बाजार की स्थिति
बीते कारोबारी सत्र में डॉव जोन्स 91.90 अंक (0.22 प्रतिशत) की गिरावट के साथ 42,427.74 पर बंद हुआ. एसएंडपी 500 मामूली 0.01 प्रतिशत बढ़कर 5,970.81 पर और नैस्डैक 61.53 अंक (0.32 प्रतिशत) की तेजी के साथ 19,460.49 पर बंद हुआ.
विदेशी निवेशकों का रुख
4 जून को विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 1,076.18 करोड़ रुपए की इक्विटी खरीदी. वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 2,566.82 करोड़ रुपए की जमकर खरीदारी की.
(IANS)
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