उदित वाणी, जमशेदपुर : जुस्को श्रमिक यूनियन (अब टाटा स्टील सर्विसेस श्रमिक यूनियन) चुनाव को लेकर हमलावर विरोधी खेमे से बैकफूट पर आए सत्ता पक्ष ने गुरुवार को संवाददाता कर विरोधी खेमे के सवालों का जवाब दिया और कहा कि चुनाव प्रक्रिया संविधान सम्मत है. यूनियन के महामंत्री सीडीएस कृष्णा तथा कार्यकारी अध्यक्ष अमरनाथ तिवारी ने यूनियन सभागार में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में चुनाव पदाधिकारी सीएस झा के बार-बार चुने जाने पर उठाये गये विपक्ष के सवाल पर कहा कि यूनियन संविधान में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है कि कोई व्यक्ति कितनी बार चुनाव पदाधिकारी चुना जा सकता है. आर्टिकल 10 ए में कार्यकारिणी समिति को चुनाव पदाधिकारी तथा चुनाव समिति चुनने का अधिकार है. इस बार भी सभी प्रावधानों का अनुपालन करते हुए बुलाई गयी कमेटी मीटिंग में सीएस झा को चुनाव पदाधिकारी तथा अश्विनी मथान व सरोज पांडेय को सह चुनाव पदाधिकारी नियुक्त किया गया है.
कोरम नहीं पूरा करने पर
कार्यकारिणी समिति के कोरम पूरा नहीं होने पर सत्ता पक्ष का कहना था कि संविधान में कुल कमेटी मेंबरों की संख्या के एक तिहाई सदस्यों की उपस्थिति होने का प्रावधान है, जबकि विपक्ष इसे दो तिहाई बता रहा है. वर्तमान में 34 कमेटी मेंबर्स है, जिनमें से कमेटी मीटिंग में 22 ने हस्ताक्षर किए है जबकि कोरम पूरा करने के लिए 12 सदस्यों की ही जरुरत थी. ये लोग अब चुनाव में अपनी हार को देखते हुए चुनाव रोकवाने का प्रयास कर रहे हैं तथा झूठे आरोप लगा रहे हैं. दोनों पदाधिकारियों ने कहा कि चुनाव समिति ने जिम्मेदारी संभाल ली है और 26 मई को आमसभा होगी.
अगर निष्पक्ष चुनाव हुआ तो रघुनाथ पांडेय का हारना तय-एसएल दास
उधर, यूनियन के पूर्व महामंत्री एसएल दास ने कहा है कि अगर निष्पक्ष चुनाव हुआ तो रघुनाथ पाण्डेय का हारना तय है. उनके तीनों चहेते धांधली करके चुनाव जिताने में माहिर है. इसलिए इनको हर एक बार चुनाव पदाधिकारी बनाया जाता है. रघुनाथ पाण्डेय के खिलाफ जो जाता है उसको मेनेजमेंट का सहारा लेकर या तो नौकरी से बर्खास्त करा दिया जाता है या उसका ट्रांसफर करा दिया जाता है अथवा उसके पीछे मैनेजमेंट का आदमी लगा दिया जाता है और इस तरह डराकर चुनाव जीत लिया जाता है. वैसे भी कर्मचारी उनसे भयभीत रहता है.
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