
मुंबई: वैश्विक बाजारों से मिले सकारात्मक संकेतों के बीच गुरुवार की सुबह भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत हरे संकेतों के साथ हुई. शुरुआती घंटे में निवेशकों ने विशेष रूप से आईटी और धातु क्षेत्र में सक्रियता दिखाई.
प्रमुख सूचकांकों की स्थिति
सुबह 9:29 बजे के करीब सेंसेक्स 237.56 अंक या 0.29% चढ़कर 81,549.88 पर पहुंच गया. निफ्टी 57 अंक या 0.23% की बढ़त के साथ 24,809.45 पर कारोबार कर रहा था. निफ्टी बैंक 86.95 अंक उछलकर 55,503.95 पर पहुंचा. निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 105.80 अंक की बढ़त के साथ 57,247.20 पर रहा. निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 85.20 अंक या 0.48% की तेजी के साथ 17,869.20 पर कारोबार करता दिखा.
विश्लेषण: बाजार में आशंका नहीं, अवसर की तलाश
विश्लेषकों का कहना है कि निफ्टी लगातार दूसरे दिन गिरावट के संकेत देने के बावजूद ‘इंडिया विक्स’ में गिरावट बता रही है कि निवेशकों में फिलहाल भय की भावना नहीं है. यह संकेत करता है कि नीचे की ओर सुरक्षा या हेजिंग की मांग कम है, यानी बाजार बियरिश मनोवृत्ति से दूर है.
एक्सिस सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख अक्षय चिंचलकर ने कहा, “हम 24,462 को एक निर्णायक स्तर मानते हैं. जब तक निफ्टी इसके ऊपर बना है, यह बाजार खरीदारों के पक्ष में है. यदि यह स्तर टूटता है, तो मध्यम अवधि की गिरावट की आशंका बन सकती है.”
लाभ में रहे ये शेयर, केवल एक रहा घाटे में
सेंसेक्स के शीर्ष लाभार्थी:
इंफोसिस, टाटा स्टील, टेक महिंद्रा, सन फार्मा, एचसीएल टेक, टाटा मोटर्स, एचडीएफसी बैंक, पावर ग्रिड, टीसीएस और एलएंडटी.
घाटे में रहने वाला एकमात्र शेयर:
बजाज फाइनेंस.
एशियाई बाजारों में मजबूती:
हांगकांग, बैंकॉक, सोल, चीन और जापान के बाजार हरे निशान में रहे, जबकि केवल जकार्ता लाल निशान में दिखा.
अमेरिकी बाजारों में गिरावट:
डॉव जोन्स 244.95 अंक या 0.58% गिरकर 42,098.70 पर बंद हुआ.
एसएंडपी 500 में 32.99 अंकों की गिरावट के साथ अंत हुआ 5,888.55 पर.
नैस्डैक 98.23 अंक गिरकर 19,100.94 पर बंद हुआ.
ट्रंप की नीति का बाजारों पर प्रभाव
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीतियों को लेकर असमंजस का प्रभाव अभी भी बाजारों पर देखा जा रहा है.
जियोजित इन्वेस्टमेंट लिमिटेड के मुख्य निवेश रणनीतिकार डॉ. वीके विजयकुमार ने कहा, “संघीय अदालत द्वारा पारस्परिक टैरिफ को खारिज किया जाना यह दर्शाता है कि राष्ट्रपति की घोषणाएँ बाजार और अर्थव्यवस्था को मनमाने ढंग से नियंत्रित नहीं कर सकतीं.”
संस्थागत निवेशकों की भूमिका
28 मई को संस्थागत निवेशकों की भागीदारी:
एफआईआई (विदेशी संस्थागत निवेशक): ₹4,662.92 करोड़ के शुद्ध खरीदार.
डीआईआई (घरेलू संस्थागत निवेशक): ₹7,911.99 करोड़ के शेयर खरीदे.
(IANS)
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