उदित वाणी, जमशेदपुर : भारतीय इक्विटी बाज़ार फिलहाल सतर्क आशावाद के दौर से गुज़र रहा है. हालांकि भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर सैन्य उपस्थिति कम करने पर बातचीत और अमेरिका तथा चीन के बीच आर्थिक सहयोग के संकेतों के बाद निवेशकों के रुझान में थोड़ा सुधार हुआ है, लेकिन बाज़ार सीमा पर और वैश्विक व्यापार संबंधों के लिहाज़ से उभरती स्थितियों को लेकर सतर्क हैं.इस तरह के बाज़ार में खुदरा निवेशक विकास और विविधीकरण को संतुलित करने वाली रणनीतियों से लाभ उठा सकते हैं. फ्लेक्सी कैप फंड एक मज़बूत विकल्प प्रदान करते हैं क्योंकि ये इक्विटी म्यूचुअल फंड बिना किसी निश्चित सीमा के बड़ी, मध्यम और छोटी (लार्ज-, मिड- और स्मॉल-कैप) कंपनियों में निवेश करते हैं. यह लचीलापन फंड प्रबंधकों को बाज़ार की स्थितियों, आर्थिक रुझानों और क्षेत्र के अवसरों के आधार पर आवंटन को समायोजित करने में मदद करता है.
टाटा एसेट मैनेजमेंट में फंड मैनेजर, मीता शेट्टी कहती हैं, “सावधानीपूर्ण आशावाद और बदलते वैश्विक परिवेश के बीच निवेशकों के लिए एक जैसी रणनीति हर बार कारगर नहीं हो सकती है. फ्लेक्सी-कैप फंड्स, जो विभिन्न बाजार पूंजीकरणों के बीच आसानी से अनुकूलन कर सकते हैं, न केवल लचीलापन और विविधता प्रदान करते हैं, बल्कि अनिश्चितता से निपटने में भी मदद करते हैं.फ्लेक्सीकैप फंड, धन प्रबंधकों को अनिश्चित समय के दौरान स्थिरता के लिए लार्ज-कैप की ओर जाने और जब उच्च रिटर्न की संभावना जोखिम से अधिक हो तो मिड- और स्मॉल-कैप में जाने की सुविधा देते हैं परिसंपत्तियों को पुनः आवंटित करने का यह अंतर्निहित लचीलापन, पोर्टफोलियो को तब भी मज़बूत बनाए रखने में मदद करता है, जब बाज़ार के कुछ खंड खराब प्रदर्शन कर रहे होते हैं.विभिन्न बाजार पूंजीकरण वर्गों में मूल्यांकन के स्तर में भिन्नता को देखते हुए फ्लेक्सी-कैप फंड्स फंड मैनेजर्स को उन अवसरों का लाभ उठाने की अनुमति देते हैं जहां जोखिम और प्रतिफल का अनुपात अनुकूल होता है। ऐसे अनिश्चित समय में, आवंटन में लचीलापन रखना पोर्टफोलियो के परिणामों में संभावित रूप से मूल्यवर्धन कर सकता है,” शेट्टी ने आगे कहा.
फ्लेक्सी कैप फंड की बढ़ रही लोकप्रियता
फ्लेक्सी कैप फंड की बढ़ती लोकप्रियता एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एएमएफआई) के आंकड़ों में स्पष्ट होती है, जो दर्शाता है कि वित्त वर्ष 2025 में इस श्रेणी में शुद्ध प्रवाह साल-दर-साल तीन गुना से अधिक बढ़कर 49,580 करोड़ रुपये पर पहुंच गया जो वित्त वर्ष 2024 में 15,502 करोड़ रुपये था. टाटा फ्लेक्सी कैप फंड में भी प्रवाह में वृद्धि देखी गई. वित्त वर्ष 2025 के दौरान जमशेदपुर से निवेश में साल-दर-साल के आधार पर 23 फीसदी वृद्धि दर्ज की गई और यह बढ़कर 8.4 करोड़ रुपये हो गया.
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