उदित वाणी, जमशेदपुर : डीबी सुंदर रामम ने एक मई से टाटा स्टील के नये वीपी कारपोरेट सर्विसेस की जिम्मेवारी संभाल ली है. उन्होंने अपने लिंक्डिन एकाउंट पर भी अपनी नई जिम्मेवारी के बारे में अपडेट किया है. उनकी इस नई जिम्मेवारी को लेकर कारपोरेट वर्ल्ड के दिग्गज और शीर्ष अधिकारियों ने बधाई दी है और उम्मीद जताई है कि रामम के नेृतत्व में टाटा स्टील का कारपोरेट सर्विसेस नई ऊंचाई प्राप्त करेगा. बेहद शांत और सुलझे रामम से जमशेदपुर के लोगों को भी काफी उम्मीदें हैं. वीपीसीएस ही, टाटा स्टील यूआईएसएल के चेयरमैन होते हैं.
ऐसे में शहर की पानी-बिजली से लेकर सड़क और ढ़ाचागत संरचना पर भी रामम के नेतृत्व का साफ असर दिखेगा. यही नहीं वे टाटा स्टील फाउंडेशन के भी अध्यक्ष होते हैं. ऐसे में टाटा स्टील फाउंडेशन की ओर से चलने वाली योजनाओं को भी नया आयाम मिलेगा. अब चूंकि टाटा स्टील का फोकस ओडिशा पर ज्यादा है, ऐसे में रामम के लिए जमशेदपुर की सुविधाओं को बेहतर और सुंदर बनाने की चुनौती भी होंगी. वैसे रामम ने पहले ही जमशेदपुर को बंगलुरू की तर्ज पर विकसित करने और यहां की नागरिक सुविधाओं को बेहतर करने का भरोसा दिलाया है.
टाटा स्टील में 35 साल की लंबी पारी
डीबी सुंदर रामम ने टाटा स्टील में 35 साल की लंबी पारी खेली हैं. टाटा स्टील के वीपीसीएस के पहले वे वीपी रॉ मेटेरियल्स थे. इस पद पर वे नवम्बर 2019 से लेकर अप्रैल 2025 तक रहे. इसके पहले जुलाई 2017 से लेकर नवम्बर 2019 तक प्रिंसिपल एक्जिक्यूटिव ऑफिसर, नवम्बर 2013 से लेकर जुलाई 2017 तक एक्जिक्यूटिव इंचार्ज, अप्रैल 2010 से लेकर अक्टूबर 2013 तक जेनरल मैनेजर रहे. टाटा स्टील के कोल एंड आयरन के विभिन्न विभागों में वे जुलाई 1990 से लेकर मार्च 2010 तक यानि 20 साल रहे.
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