उदितवाणी, चाईबासा: उरांव समुदाय की पारंपरिक हड़बोड़ी अनुष्ठान, जो 22 दिसंबर को आयोजित होगी, के लिए मसना घाट श्मशान भूमि की सफाई पूरी कर ली गई है.
सामूहिक स्मरण का अनूठा अवसर
आदिवासी उरांव समाज संघ के अध्यक्ष संचू तिर्की और उपसचिव लालू कुजूर ने बताया कि इस महत्वपूर्ण अनुष्ठान में समाज के हर घर से लोग मसना घाट में एकत्रित होते हैं. पूर्वजों की कब्रों पर पहुंचकर उनके प्रति श्रद्धा प्रकट की जाती है और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की जाती है. यह अनुष्ठान उरांव समुदाय के लिए सामूहिक एकता और सांस्कृतिक धरोहर को बनाए रखने का प्रतीक है.
नवयुवकों की पहल: सफाई अभियान
इस पवित्र आयोजन को सफल बनाने के लिए समाज के नवयुवकों ने मसना घाट की सफाई का बीड़ा उठाया. सफाई अभियान में पन्नालाल कच्छप, गणेश कच्छप, सुमित बरहा, चंदन कच्छप, विक्रम खलखो और किशन बरहा जैसे युवा सक्रिय रूप से शामिल हुए.
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