the_ad id="18180"]
उदित वाणी जमशेदपुर: लोयोला स्कूल में सोमवार को स्कूल एसेंबली में विश्व बालश्रम निषेध दिवस को नायाब तरीके से मनाया गया. गत 12 जून को संपन्न इस दिवस के महत्व के बारे में बच्चों को बताने और उन्हें संवेदनशील बनाने के लिए स्कूल विद्यार्थियों ने नुक्कड़ नाटक का मंचन किया. टू टेल्स ऑफ वन सिटी नामक इस नाटक में एक ही शहर के दो पूरी तरह से अलग बच्चों के जीवन को दिखाया गया. एक अमीर बिगड़ैल बच्चा, तो दूसरा भोजन कमाने के लिए कड़ी मेहनत करने वाला बच्चा. इस मार्मिक नाटक ने स्कूल के बच्चों को न केवल जागरूक किया, बल्कि सोचने पर मजबूर किया कि वे कितने भाग्यशाली हैं कि वे अच्छे परिवार से हैं और एक अच्छे स्कूल में पढ़ने में सक्षम हैं. नाटक का निर्देशन सीनियर अंग्रेजी शिक्षिका अदिति रॉय ने किया. स्कूल प्रिंसिपल फादर पायस फर्नांडीस ने इस नाटक के मंचन के लिए बच्चों और शिक्षकों को धन्यवाद दिया.
गौरतलब हो कि दुनिया भर में हर साल करोड़ों बच्चे पढ़ाई-लिखाई छोड़कर बाल मजदूरी में लग जाते हैं. ऐसे में उनके बचपन को बचाने और लोगों के बीच जागरूकता फैलाने के लिए हर साल 12 जून को विश्व बाल श्रम निषेध दिवस मनाया जाता है. दुनिया के 100 से ज्यादा देशों में यह दिवस मनाया जाता है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया में हर 10 बच्चों से एक बच्चा बाल मजदूरी का शिकार है. लेकिन वर्ष 2000 के बाद से बाल मजदूरी करनेवाले बच्चों की संख्या कम हुई है.
उदित वाणी टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।
Advertisement
<