72 घंटे में मृतक परिवार को सरकार से 50 लाख का मुआवजा नहीं मिला तो चंदा करके दिया जाएगा
उदित वाणी, जमशेदपुर: रांची में घटी हिंसक घटना की जांच को झारखंड सरकार द्वारा गठित समिति का रवैया संतोषजनक नहीं है. उक्त बातें तंजीम ए अहले सुन्नत द्वारा मदरसा फैजुल उलूम में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में मुफ्ती जिया उल मुस्तफा ने कही.
उन्होंने रांची की भीड़ पर गोली चलाने का आदेश देने वाले पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की. इस मामले को लेकर संस्था की पांच सदस्यीय टीम राज्य के मुख्यमंत्री के अलावा अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री और विधायक इरफान अंसारी से मिलकर एक ज्ञापन सौंपेगा.
मुफ्ती जिया उल मुस्तफा ने कहा कि यदि सरकार की ओर से मृतक के परिजनों को 72 घंटे में 50 लाख का मुआवजा नहीं दिया गया तो जुम्मे की नमाज के बाद चंदा होगा और चंदे की रकम व तंजीम अपने फंड से रांची में घटी घटना में घायल और मृतक के परिवार को सहायता राशि देगी.
तंजीम के प्रवक्ता मौलाना शमशाद कादरी ने कहा कि झारखंड राज्य में, जहां गैर भाजपा की सरकार है, इस तरह की घटना काफी निंदनीय है. वहीं बाबर खान ने कहा कि रांची की घटना की निष्पक्ष जांच हो जाए तो यह घटना एक राजनीतिक साजिश साबित होगी.
बाबर खान ने कहा कि जमशेदपुर में कहीं भी धरना प्रदर्शन, जुलूस नहीं निकाला जायेगा. मदरसा फैजुल उलूम के केंद्रीय महासचिव बिलाल नासिर ने कहा कि रांची की घटना से पूरा हिंदुस्तान शर्मसार हुआ है. कहा कि हवाई फायरिंग के नाम पर भीड़ को निशाना बनाने वाले अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज होना चाहिए.
धातकीडीह मक्का मस्जिद के इमाम मुफ्ती अबू हुरैरा ने कहा कि जहां भाजपा की सरकार है वहां गोली नहीं चली और जहां कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा, राष्ट्रीय जनता दल की सरकार है वहां उनको ही गोली मारी जाती है, जो सरकार बनाने में अपना सब कुछ न्योछावर करते हैं. इस दौरान मास्टर शाहिद, फैयाज खान, मोहम्मद शमी अहमद, हसन अली, परवेज खान, नसीम अहमद, फ़ैज़ अहमद, हसन अली आदि उपस्थित थे.
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