उदित वाणी, जमशेदपुर: जमशेदपुर स्थित टिनप्लेट कंपनी ऑफ इंडिया ने अपनी विस्तारीकरण योजना के तहत अगले तीन साल के लिए 1800 करोड़ रूपए का निवेश करने का फैसला लिया है. टिनप्लेट कंपनी के निदेशक मंडल ने जमशेदपुर में 3,00,000 टीपीए (सालाना तीन लाख टन) की अतिरिक्त क्षमता लगाकर एक विस्तार योजना को मंजूरी दी है.
परियोजना के लिए अनुमानित पूंजीगत व्यय 1,800 करोड़ रुपये है. इस परियोजना के लगभग तीन वर्षों में पूरा होने की उम्मीद है.
जमशेदपुर स्थित कंपनी की मौजूदा क्षमता सालाना 3,79,000 टन है. मौजूदा क्षमता का उपयोग 90 फीसदी से अधिक हो रहा है. कंपनी इस विस्तारीकरण को अंजाम देने के लिए टाटा स्टील से वित्तीय सहायता प्राप्त करने के साथ ही बाहरी फंडिंग का भी सहारा लेगी.
40 फीसदी की बाजार हिस्सेदारी
कंपनी का कहना है कहा कि वह लगभग 40 फीसदी बाजार हिस्सेदारी के साथ मार्केट लीडर है. कंपनी अपनी निर्धारित क्षमता के करीब काम कर रही है और इसलिए बाजार की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने के लिए अपनी क्षमता का विस्तार करने की जरूरत है. टिनप्लेट कंपनी, टाटा स्टील की सहयोगी है.
कंपनी धातु पैकेजिंग के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले इलेक्ट्रोलाइटिक टिनप्लेट्स, टिन-फ्री स्टील शीट्स और फुल हार्ड कोल्ड रोल्ड शीट्स (एफएचसीआर) के विभिन्न ग्रेड बनाती है. टिनप्लेट कंपनी प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों के लिए लागत प्रभावी धातु पैकेजिंग समाधान प्रदान करने के व्यवसाय में है.
विस्तारीकरण को देखते हुए मैनपावर की हो रही बहाली
टिनप्लेट में विस्तारीकरण को देखते हुए मैनपावर की बहाली की प्रक्रिया भी जारी है. टिनप्लेट वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष राकेश्वर पांडेय ने बताया कि पिछले एक साल से कर्मचारी पुत्रों की बहाली की प्रक्रिया जारी है.
लगभग 200 कर्मियों की बहाली हो चुकी है. नया प्लांट अत्याधुनिक और ऑटोमेटेड होगा, ऐसे में मैन और मशीन का रेशियो पहले जैसे नहीं होगा. अभी कहना मुश्किल है कि विस्तारीकरण को लेकर कितने कर्मचारियों की बहाली होगी.
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