
रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की राज्यसभा सांसद महुआ माजी ने केंद्र की भाजपा सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए लोकतंत्र की अनदेखी और विपक्ष की उपेक्षा का आरोप लगाया है। महुआ माजी ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से विशेष बातचीत में कहा कि भाजपा सरकार विपक्ष को नजरअंदाज कर एकपक्षीय नीतियां थोप रही है, जिससे न केवल लोकतांत्रिक प्रक्रिया बाधित हो रही है, बल्कि देश का समग्र विकास भी प्रभावित हो रहा है।
संसद में संवाद की कमी पर चिंता
उन्होंने संसद में बहस की गिरती गुणवत्ता और विपक्षी नेताओं को बोलने से रोके जाने पर चिंता जताई। “फॉरेस्ट कंजर्वेशन बिल और कृषि कानूनों जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर बिना चर्चा के निर्णय लिए गए, जिससे जनविश्वास को ठेस पहुँची,” उन्होंने कहा।
विधायकों की खरीद-फरोख्त पर हमला
महुआ माजी ने स्पष्ट आरोप लगाया कि भाजपा लोकतांत्रिक मूल्यों को दरकिनार कर विधायकों की खरीद-फरोख्त में लिप्त है। “यह लोकतंत्र की हत्या है,” उन्होंने कहा। माजी ने वक्फ बोर्ड बिल का उदाहरण देते हुए कहा कि क्षेत्रीय दलों को सीमित करने और छोटे राज्यों की आवाज़ दबाने की कोशिश हो रही है।
भ्रष्टाचार और सत्ता संरक्षण पर सवाल
भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार में संलिप्त लोगों को पार्टी में शामिल कर मंत्री बनाया जा रहा है और उनके विरुद्ध मामलों को दबाने का प्रयास हो रहा है। उन्होंने याद दिलाया कि भाजपा ने 11 साल पहले 2 करोड़ युवाओं को हर साल रोजगार देने का वादा किया था, जो आज तक अधूरा है। साथ ही, उन्होंने महिला सशक्तिकरण पर सरकार की कथनी-करनी में अंतर उजागर करते हुए कहा कि निर्भया फंड का लाभ पीड़ितों तक नहीं पहुंच पा रहा।
भारत की अंतरराष्ट्रीय स्थिति पर टिप्पणी
“प्रधानमंत्री कहते हैं कि भारत विश्वगुरु बन रहा है, लेकिन संकट के समय अंतरराष्ट्रीय सहयोग की कमी दिखती है,” उन्होंने कहा। साथ ही संसद का विशेष सत्र बुलाने की विपक्ष की मांग को दोहराया। महुआ माजी ने कहा कि भाजपा सरकार कई मोर्चों पर विफल रही है और उसे उपलब्धियां गिनाने का नैतिक अधिकार नहीं है।
(IANS)
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