उदित वाणी, जमशेदपुर: बागबेड़ा वृहद जलापूर्ति योजना के तहत कुसुम घाट क्षेत्र में पाइपलाइन बिछाने के कार्य के दौरान एक मजदूर की मिट्टी में दबने से मृत्यु हो गई. घटना उस समय हुई जब मजदूर गहरे गड्ढे में पाइप जोड़ने का कार्य कर रहा था. अचानक मिट्टी धंस गई और वह पूरी तरह उसमें दब गया. स्थानीय लोगों और मजदूरों द्वारा बचाव की कोशिश की गई, परंतु तब तक बहुत देर हो चुकी थी.
जिला पार्षद डॉ. कविता परमार पहुंचीं एमजीएम अस्पताल
घटना की सूचना मिलते ही जिला पार्षद डॉ. कविता परमार एमजीएम अस्पताल पहुंचीं. वहां उन्होंने मृतक के परिजनों से मुलाकात कर संवेदना व्यक्त की. साथ ही पीएचडी विभाग के अधिकारियों और संबंधित कार्य एजेंसी प्रीति इंटरप्राइजेज के अधिकृत कर्मचारियों से बात कर घटना की जानकारी ली.
मुआवजे की मांग पर अड़ा परिवार, अंतिम संस्कार रुका
डॉ. परमार ने मामले की जानकारी उप विकास आयुक्त अनिकेत सचान को भी दी. परिवार ने स्पष्ट कहा है कि जब तक उचित मुआवजा नहीं दिया जाएगा, तब तक शव का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा.
प्रशासन और ठेका एजेंसी पर उठे सवाल
इस घटना ने एक बार फिर से ठेका एजेंसियों की कार्यशैली और सुरक्षा मानकों की अनदेखी को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं. पाइपलाइन कार्य जैसी परियोजनाओं में मजदूरों की सुरक्षा के लिए कौन जिम्मेदार है, यह सवाल फिर से चर्चा में है.
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