उदित वाणी, आदित्यपुर: वरीय पत्रकार सिद्धिनाथ दूबे का अंतिम संस्कार आज देर शाम पार्वती घाट, बिष्टुपुर में शांत वातावरण में संपन्न हुआ. इससे पूर्व उनके एलआईजी रोड, आदित्यपुर-02 स्थित आवास से शवयात्रा निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में समाज के विभिन्न वर्गों के लोग शामिल हुए.
जीवन की अंतिम यात्रा में उमड़ा सम्मान
सिद्धिनाथ दूबे के पार्थिव शरीर को जैसे ही अंतिम दर्शन के लिए बाहर लाया गया, श्रद्धांजलि देने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी. उनकी शवयात्रा आदित्यपुर की गलियों से गुजरते हुए जब घाट पहुंची, तो भावनाओं का सैलाब देखने को मिला.
पत्रकारिता के समर्पित साधक थे सिद्धिनाथ दूबे
लगभग 75 वर्षीय सिद्धिनाथ दूबे विगत कुछ माह से अस्वस्थ चल रहे थे और आज दोपहर अपने घर पर ही उन्होंने अंतिम सांस ली. वे मूलतः बिहार राज्य के बक्सर जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र के निवासी थे. विगत 45 वर्षों से वे आदित्यपुर में स्थायी रूप से निवासरत थे.
उदितवाणी से झारखंड प्रदीप तक
लौहनगरी जमशेदपुर के पत्रकारिता जगत में उनका विशिष्ट स्थान था. वे लंबे समय तक हिन्दी दैनिक उदितवाणी से जुड़े रहे. बाद में उन्होंने झारखंड प्रदीप नामक मासिक समाचार पत्रिका का स्वयं प्रकाशन करना प्रारंभ किया, जो समाज और व्यवस्था के विविध पहलुओं को उजागर करता रहा.
परिवार में गूंज रही शोक की खामोशी
स्व दूबे अपने पीछे पत्नी, पुत्र अमित, तीन विवाहित पुत्रियाँ और भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं. उनके निधन से परिवार के साथ-साथ पत्रकारिता जगत में भी शोक की लहर दौड़ गई है.
समाजिक और राजनीतिक शख्सियतों ने जताया शोक
उनके निधन की खबर मिलते ही आदित्यपुर नगर परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष पुरेन्द्र नारायण सिंह उनके निवास पर पहुंचे और शोकसंतप्त परिजनों से भेंट कर संवेदना प्रकट की.
उदित वाणी टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।