उदित वाणी, चक्रधरपुर : ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन (एआईआरएफ) के आह्वान पर आज देशभर में रेलवे के रनिंग कर्मचारियों ने क्रू और गार्ड लॉबी के सामने विरोध प्रदर्शन किया. चक्रधरपुर मंडल में इस आंदोलन का सफल आयोजन मेंस यूनियन के मंडल संयोजक श्री मनोज कुमार सिंह के नेतृत्व में हुआ.
श्री सिंह ने कहा कि रेलवे की रीढ़ माने जाने वाले रनिंग स्टाफ के साथ रेल प्रशासन द्वारा भेदभाव किया जा रहा है और उन्हें मूलभूत सुविधाओं से वंचित रखा जा रहा है, जो यात्री सुरक्षा के साथ एक गंभीर खिलवाड़ है.
मुख्य माँगें और मुद्दे
मल्टी डिसिप्लिनरी समिति की रिपोर्ट को निरस्त किया जाए, क्रू सदस्यों को भोजन, पानी और नेचर कॉल के लिए नियमित विश्राम ब्रेक की सुविधा अनिवार्य हो.
माइलेज भत्ते में 25 प्रतिशत बढ़ोतरी तत्काल लागू हो, महंगाई भत्ते (डीए) में 50 प्रतिशत बढ़ोतरी के अनुरूप माइलेज भत्ता भी एरियर के साथ बढ़ाया जाए.
लोकोमोटिव्स में आधुनिक सुविधाओं की व्यवस्था, इंजनों में शौचालय (टॉयलेट) और वातानुकूलन (एसी) की सुविधा अनिवार्य की जाए.
असिस्टेंट लोको पायलट (एएलपी) को भी जोखिम भत्ता (रिस्क अलाउंस) दिया जाए, एएलपी के कार्य जोखिम को मान्यता दी जाए.
एफएसडी लोको में फीडिंग और सीसीवीआर हटाने की माँग, रनिंग स्टाफ की कार्य परिस्थितियों में सुधार की आवश्यकता.
ड्यूटी समय में सुधार
पैसेंजर ट्रेनों में अधिकतम 6 घंटे और मालगाड़ियों (गुड्स ट्रेन) में अधिकतम 8 घंटे की ड्यूटी तय हो.
साप्ताहिक विश्राम
रनिंग कर्मचारियों को न्यूनतम 46 घंटे का साप्ताहिक विश्राम प्रदान किया जाए.
चक्का जाम की चेतावनी
मेंस यूनियन ने सरकार को स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि उनकी माँगों पर शीघ्र निर्णय नहीं लिया गया तो वे एआईआरएफ के नेतृत्व में देशव्यापी चक्का जाम जैसे कठोर कदम उठाने के लिए बाध्य होंगे.
धरने में भारी भागीदारी
इस आंदोलन को सफल बनाने में रनिंग ब्रांच सचिव श्री ए.आर. राय, श्री फरीद, श्री ए.के. सिंह सहित अनेक पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने सक्रिय योगदान दिया. मंडल के हजारों रनिंग कर्मचारियों की उपस्थिति ने धरने को ऐतिहासिक बना दिया.
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