पलामू: पलामू जिले के पिपरा प्रखंड अंतर्गत तंदुई गांव में मनरेगा योजना के तहत बड़े फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है. जांच में पाया गया कि स्कूली बच्चों के नाम पर योजनाएं स्वीकृत कर राशि की निकासी की गई.
मुखिया उषा देवी पर लगे गंभीर आरोप
लोकपाल शंकर कुमार द्वारा की गई जांच में आरोप तय हुआ कि तेंदुई पंचायत की मुखिया उषा देवी ने अपने पोता-पोती और अन्य परिजनों के नाम पर टीबीसी (ट्री बेस्ड कॉम्पोस्ट) निर्माण योजना स्वीकृत करवाई थी. इसके तहत 1 लाख 3 हजार रुपये की राशि निकाली गई.
मनरेगा कानून का किया गया उल्लंघन
लोकपाल ने बताया कि मनरेगा के नियमों के अनुसार जिन व्यक्तियों का जॉब कार्ड नहीं होता, उनके नाम पर योजना आवंटित नहीं की जा सकती. लेकिन इस मामले में नाबालिगों के नाम पर बिना भौतिक सत्यापन के योजनाएं स्वीकृत कर दी गईं. रोजगार सेवक की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई.
जल्द होगी सख्त कार्रवाई
जांच रिपोर्ट के आधार पर मुखिया उषा देवी के खिलाफ वित्तीय अधिकार जब्त करने, निकाली गई राशि की वसूली करने और दंड लगाने की कार्रवाई की जाएगी. साथ ही बिना सत्यापन के योजना पास करने वाले रोजगार सेवक पर भी अनुशासनात्मक कदम उठाए जाएंगे.
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