उदित वाणी, जमशेदपुर : मानगो थाना क्षेत्र स्थित माधव बाग कॉलोनी के कई निवासियों पर यूनियन बैंक ऑफ इंडिया को फर्जी दस्तावेज़ों के ज़रिए 6.38 करोड़ रुपये की ठगी करने का आरोप लगा है. इस मामले में रांची एसीबी (एंटी करप्शन ब्यूरो) में केस दर्ज किया गया है.
रांची यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के क्षेत्रीय प्रमुख आलोक कुमार की शिकायत पर यह मामला 4 अप्रैल 2025 को दर्ज किया गया. प्राथमिकी संख्या आरसी 0242025ए0003 के तहत आरोपी मेसर्स संत ऑटोज चांडिल (एक साझेदारी फर्म) के मालिक, साझेदार, गारंटर और एक अज्ञात लोकसेवक को नामजद किया गया है.
जांच में सामने आया कि आरोपियों ने आपसी साजिश के तहत बैंक को गुमराह कर 6.38 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की. सभी पर भारतीय दंड संहिता की धारा 120-बी (आपराधिक षड्यंत्र) और 409 (लोक सेवक द्वारा विश्वास का आपराधिक उल्लंघन) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
इन पर दर्ज हुआ मामला:
अमरीक सिंह, निवासी: एचआईजी-बी-13, माधव बाग कॉलोनी, रोड नंबर 16
चरण सिंह, निवासी: माधव बाग कॉलोनी
जसविंदर सिंह, निवासी: माधव बाग कॉलोनी
तेज कौर, निवासी: माधव बाग कॉलोनी
सिमरन कौर व सतविंदर कौर, निवासी: माधव बाग कॉलोनी
अभिषेक सिंह, निवासी: अजय कुंज, बिरसानगर जोन नंबर 11
चंदन अरपी सिंह, निवासी: साची अपार्टमेंट, ठाणे, नवी मुंबई
मेसर्स संत ऑटोज, चांडिल (एचपी पेट्रोल पंप के सामने स्थित फर्म)
एक अज्ञात लोकसेवक
शिकायत 17 अक्टूबर 2024 को की गई थी, जिसके बाद मामले की विस्तृत जांच की गई. अब इसकी जांच रांची सीबीआई की एसीबी यूनिट की डीएसपी ज्योतिर्मयी माझी को सौंपी गई है.
प्रारंभिक जांच में धोखाधड़ी की पुष्टि
जांच में स्पष्ट हुआ कि बैंक के साथ किया गया यह लेन-देन फर्जी दस्तावेज़ों के माध्यम से किया गया था. सभी आरोपियों ने सुनियोजित तरीके से बैंक को चूना लगाया. एसीबी ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है और सभी पहलुओं की गंभीरता से जांच की जा रही है.
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