नई दिल्ली: अमेरिकी व्हाइट हाउस ने शुक्रवार को एक नई कोविड-19 वेबसाइट लॉन्च की है, जिसमें यह दावा किया गया है कि कोरोना वायरस की उत्पत्ति वुहान की एक प्रयोगशाला से हुई. इस वेबसाइट में चीन को सीधे तौर पर वायरस के रिसाव के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है.
यह वेबसाइट पहले कोविड-19 वैक्सीनेशन के लिए बनाई गई थी. अब इसमें एक नया पेज जोड़ा गया है, जिसका शीर्षक है: “लैब लीक: द ट्रू ओरिजिन्स ऑफ कोविड-19”. इस बैनर में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तस्वीर है और पूर्व चिकित्सा सलाहकार डॉ. एंथनी फाउसी और मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन पर आरोप लगाए गए हैं कि उन्होंने वायरस की उत्पत्ति को छुपाने का प्रयास किया.
फाउसी और WHO पर भी उठे सवाल
वेबसाइट के अनुसार, पिछली सरकार ने सच्चाई को छिपाने के लिए वर्षों तक भ्रम, देरी और गैर-जवाबदेही का सहारा लिया. इसमें विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए गए हैं.
CIA की रिपोर्ट के बाद आया यह कदम
व्हाइट हाउस का यह कदम सीआईए की हालिया रिपोर्ट के कुछ सप्ताह बाद सामने आया है, जिसमें वुहान लैब से वायरस के रिसाव की आशंका जताई गई थी. हालांकि, एजेंसी ने यह भी कहा था कि उसके पास निर्णायक सबूत नहीं हैं.
प्राकृतिक उत्पत्ति के सिद्धांत को बताया कमजोर
वेबसाइट में पांच ऐसे वैज्ञानिक आधार दिए गए हैं, जिनके अनुसार वायरस की उत्पत्ति प्राकृतिक नहीं थी:
वायरस में ऐसी जैविक विशेषताएं हैं, जो प्रकृति में नहीं पाई जातीं.
कोविड संक्रमण केवल एक बार मनुष्यों में आया, जबकि सामान्यतः कई बार ऐसा होता है.
वुहान लैब में बिना पर्याप्त जैव-सुरक्षा के ‘गेन ऑफ फंक्शन’ रिसर्च का इतिहास है.
वहां के वैज्ञानिक 2019 के अंत में कोविड जैसे लक्षणों से बीमार हुए थे, जब वायरस की खोज भी नहीं हुई थी.
यदि वायरस की प्राकृतिक उत्पत्ति होती, तो अब तक कोई स्पष्ट सबूत मिल चुका होता.
राजनीतिक आरोपों का भी समावेश
वेबसाइट में यह भी कहा गया है कि डेमोक्रेट्स और कुछ मीडिया संस्थानों ने न केवल वैकल्पिक उपचारों को बदनाम किया, बल्कि लैब लीक थ्योरी को भी साजिश बताकर नकारा.
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