उदित वाणी, रांची: झारखंड प्रांतीय मारवाड़ी सम्मेलन के प्रांतीय अध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव की मतगणना पर रोक लगा दी गई है. चुनाव समिति ने सोमवार सुबह 11:30 बजे आपात बैठक कर यह फैसला लिया. यह निर्णय कुछ मतदान केंद्रों पर अनियमितता की सूचना के बाद लिया गया.मुख्य चुनाव पदाधिकारी विनय सरावगी ने जानकारी दी कि 13 अप्रैल को राज्य के 23 जिलों एवं 5 अनुमंडलों के कुल 28 मतदान केंद्रों पर चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ था.
तीन केंद्रों पर संदेह, जांच के आदेश
धनबाद, दुमका और सरायकेला के मतदान केंद्रों से उम्मीदवारों और उनके पर्यवेक्षकों द्वारा अनियमितता की मौखिक व लिखित शिकायतें की गई थीं. प्रत्याशी बसंत कुमार मित्तल (धनबाद) और सुरेश चंद्र अग्रवाल (दुमका, सरायकेला) ने मतदान की निष्पक्षता पर सवाल उठाए हैं. इन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए चुनाव समिति ने निर्णय लिया है कि मतगणना की प्रक्रिया अगले आदेश तक स्थगित रहेगी. इन तीनों केंद्रों की जांच 15 से 17 अप्रैल तक पूरी की जाएगी.
दो उम्मीदवार, 5106 मतदाता, 3432 मत पड़े
प्रांतीय अध्यक्ष पद के लिए रांची से दो उम्मीदवार मैदान में थे – बसंत कुमार मित्तल और सुरेश चंद्र अग्रवाल. चुनाव में कुल 5106 मतदाताओं में से 3432 ने मतदान किया. ये सभी विशिष्ट संरक्षक, संरक्षक एवं आजीवन सदस्य हैं.
मतदान केंद्रों का विस्तृत ब्यौरा
राज्यभर में कुल 28 मतदान केंद्र बनाए गए थे. मतदान केंद्रों में प्रत्याशियों के दो-दो पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए थे. कुछ प्रमुख केंद्रों पर मतों की संख्या इस प्रकार रही –
रांची (581), जमशेदपुर (565), धनबाद (484), गिरिडीह (213), चाईबासा (159), सरायकेला (78), दुमका (171) आदि.
अनियमितताओं की सूचना पर और होगी पड़ताल
विनय सरावगी ने कहा कि अब भी कुछ और केंद्रों से अनियमितता की सूचनाएं प्राप्त हो रही हैं, जिन्हें अभी संज्ञान में नहीं लिया गया है. चुनाव समिति ने मतगणना से पूर्व सभी संदिग्ध केंद्रों की जांच आवश्यक बताई है.
अगली सूचना तक गिनती स्थगित
अब मतगणना की अगली तिथि जांच पूरी होने के बाद घोषित की जाएगी. चुनाव समिति में शामिल चुनाव पदाधिकारी राजकुमार मारू, प्रदीप बाकलीवाल, और अशोक पुरोहित ने सर्वसम्मति से इस निर्णय पर मुहर लगाई.
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