उदित वाणी, जमशेदपुर: बिष्टुपुर गुरुद्वारा में आज खालसा सृजना दिवस (बैसाखी) का पर्व पूरे श्रद्धा और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. संगत की उपस्थिति में गुरु घर की सेवा भावना और धार्मिक उल्लास का दृश्य अनुपम था.
पालकी साहिब की समस्या का मिला समाधान
गुरुग्रंथ साहिब के स्वरूप को गुरुद्वारा से बाहर घरों तक ले जाने में अब तक काफी कठिनाई होती थी. पालकी साहिब की अनुपस्थिति लंबे समय से महसूस की जा रही थी. इस अवसर पर सिख स्त्री सहायक सत्संग सभा को सरदार सुतेन्दरपाल सिंह द्वारा टाटा एस गोल्ड (मिनी ट्रक) भेंट स्वरूप प्रदान किया गया, जिससे यह समस्या दूर हुई.
पालकी की बॉडी निर्माण में विरदी परिवार की सेवा
इस टाटा एस वाहन को ‘पालकी साहिब’ का रूप देने के लिए उसकी बॉडी का निर्माण सूरज ऑटोमोबाइल के विरदी परिवार ने सेवा भाव से पूर्ण किया. यह सहयोग न केवल तकनीकी बल्कि आध्यात्मिक दृष्टि से भी संगत के लिए महत्वपूर्ण रहा.
संगत ने प्रकट किया आभार
सभा की प्रधान बीबी बलविंदर कौर, चेयरमैन बीबी परमिंदर कौर भामरा सहित सभा की समस्त सदस्यों ने सरदार सुतेन्दरपाल सिंह एवं विरदी परिवार के सरदार हरजीत सिंह विरदी व सरदार हरपिंदर सिंह विरदी का ससम्मान आभार प्रकट किया.
स्वर्गीय सुरेंद्र कौर विरदी की स्मृति को समर्पण
चेयरमैन बीबी परमिंदर कौर भामरा ने अपने संबोधन में कहा कि सभा की पूर्व प्रधान स्वर्गीय सुरेंद्र कौर विरदी ने लगभग 20 वर्षों तक गुरु घर की निस्वार्थ सेवा की. यह नई पालकी साहिब उनकी मीठी स्मृति को समर्पित एक श्रद्धांजलि है.
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