रांची: झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) ने आज से मैट्रिक और इंटरमीडिएट परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच प्रक्रिया शुरू कर दी है. राज्यभर में इसके लिए 60 मूल्यांकन केंद्र बनाए गए हैं. जैक द्वारा पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए व्यापक व्यवस्थाएं की गई हैं.
प्रत्येक परीक्षक करेगा प्रतिदिन 40 कॉपियों का मूल्यांकन
मूल्यांकन की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से जैक ने दिशा-निर्देश तय किए हैं, जिनके अनुसार एक परीक्षक प्रतिदिन अधिकतम 40 उत्तर पुस्तिकाओं की ही जांच करेगा. इससे उत्तर पुस्तिकाओं की शुद्धता और निष्पक्षता बनी रहेगी.
वर्कशॉप में समझाए गए मूल्यांकन के नियम
उत्तर पुस्तिकाएं जांचने से पहले सभी परीक्षकों के लिए एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें उन्हें मूल्यांकन से संबंधित सभी आवश्यक नियमों की जानकारी दी गई. साथ ही उत्तर पुस्तिकाओं के गोपनीयता प्रबंधन पर विशेष बल दिया गया.
हर केंद्र पर सख्त निगरानी और तकनीकी व्यवस्थाएं
जैक की ओर से प्रत्येक मूल्यांकन केंद्र पर निगरानी की विशेष व्यवस्था की गई है. कैमरे और अन्य तकनीकी उपकरणों के जरिये हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है. साथ ही प्रशासनिक अधिकारी भी समय-समय पर केंद्रों का निरीक्षण करेंगे.
परिणाम समय पर देने की तैयारी में जैक
परिणामों में किसी तरह की देरी न हो, इसके लिए जैक ने एक तय समय सीमा के तहत मूल्यांकन प्रक्रिया पूरी करने की रणनीति तैयार की है. उम्मीद की जा रही है कि इस बार परिणाम पहले की तुलना में अधिक सटीकता और समयबद्धता के साथ जारी किए जाएंगे.उत्तर पुस्तिकाओं की जांच प्रक्रिया की शुरुआत के साथ ही अब छात्र-छात्राओं की नजर परिणाम पर टिक गई है. जैक की पारदर्शी और संगठित व्यवस्था से यह आशा की जा रही है कि मूल्यांकन निष्पक्ष और परिणाम सटीक होंगे.
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