उदित वाणी, जमशेदपुर: व्हाट्सऐप लगातार यूज़र्स की प्राइवेसी को सुरक्षित और सुदृढ़ बनाने के लिए नए फीचर्स पर काम कर रहा है. हाल ही में सामने आए एक अपडेट के अनुसार, व्हाट्सऐप अपने एंड्रॉइड बीटा वर्जन में एक विशेष मीडिया-संबंधी प्राइवेसी फीचर की टेस्टिंग कर रहा है. इस फीचर के माध्यम से भेजी गई फोटो और वीडियो अब रिसीवर के फोन में अपने आप सेव नहीं होंगी. हालांकि, अभी यह सुविधा सभी यूज़र्स के लिए उपलब्ध नहीं है.
कैसा है यह नया कंट्रोल?
इस फीचर की मदद से यूज़र्स को यह सुविधा मिलेगी कि वे तय कर सकें — जो मीडिया वे भेजते हैं, वह रिसीवर के डिवाइस में सेव हो या नहीं.अब तक व्हाट्सऐप पर भेजे गए फोटो या वीडियो स्वतः रिसीवर के फोन में स्टोर हो जाते थे. लेकिन इस अपडेट के बाद यूज़र ऑटो-सेव विकल्प को नियंत्रित कर सकेंगे. यह फीचर यूज़र्स को और अधिक निजी अनुभव देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
कैसे काम करता है यह फीचर?
यह नया फीचर काफी हद तक Disappearing Message विकल्प की तरह ही है.भेजने वाला यूज़र यह तय करेगा कि उसका भेजा गया मीडिया रिसीवर सेव कर पाए या नहीं. इसके साथ ही उस चैट को फॉरवर्ड या एक्सपोर्ट कर पाना भी संभव नहीं होगा.यह व्यवस्था यूज़र्स को मीडिया फाइल्स पर अतिरिक्त नियंत्रण देने के साथ-साथ उनकी चैट की गोपनीयता को भी सुनिश्चित करती है.
क्या Meta AI होगा निष्क्रिय?
यदि कोई यूज़र इस प्राइवेसी फीचर को सक्रिय करता है तो वह ‘एडवांस चैट प्राइवेसी’ सिस्टम में शामिल माना जाएगा.ऐसी स्थिति में वह Meta AI की सेवाओं का उस चैट में उपयोग नहीं कर सकेगा. यह निर्णय यूज़र की गोपनीयता को प्राथमिकता देने की दिशा में है, जिससे निजी संवाद अधिक सुरक्षित रह सकें.
कब तक मिलेगा यह फीचर?
फिलहाल यह फीचर विकास और परीक्षण के चरण में है. जल्द ही इसे चरणबद्ध तरीके से सभी यूज़र्स के लिए जारी किया जा सकता है.व्हाट्सऐप की ओर से इस पर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन टेक विशेषज्ञों का मानना है कि यह फीचर डिजिटल गोपनीयता को नया आयाम देगा.
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