उदित वाणी, चांडिल: सरायकेला-खरसावां जिला के चांडिल अनुमंडल कार्यालय के सभागार में गुरुवार को रामनवमी, ईद और सरहुल पर्व के मद्देनजर शांति समिति की बैठक आयोजित की गई. अनुमंडल पदाधिकारी विकास कुमार राय की अध्यक्षता में संपन्न इस बैठक में क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए झारखंड सरकार द्वारा जारी गाइडलाइनों को साझा किया गया.
एसडीओ विकास कुमार राय ने बताया कि सभी धार्मिक जुलूस परंपरागत रास्तों से ही गुजरेंगे और नए धार्मिक जुलूसों के लिए कोई अनुमति नहीं दी जाएगी. इसके अलावा, स्वास्थ्य व्यवस्था के तहत चारों प्रखंडों चांडिल, ईचागढ़, कुकड़ू और नीमडीह में एम्बुलेंस की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया. दमकल गाड़ियों के लिए चांडिल और नीमडीह थाना में व्यवस्था करने की बात भी की गई.
नशेड़ी और डीजे पर प्रतिबंध
बैठक में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अरविंद कुमार बिन्हा ने डीजे के प्रयोग पर पूर्ण प्रतिबंध का निर्देश दिया. इसके अलावा, नशेड़ियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने के लिए थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया.
सड़क और अन्य सुविधाओं की समस्याएँ
बैठक में जर्जर सड़क, नालियों का बजबजाना, बिजली की समस्या और अनियमित पेयजल आपूर्ति जैसे मुद्दों पर भी चर्चा की गई. गोलचक्कर से कटिया होते हुए गिद्दीबेड़ा की सड़क के बारे में मनमन सिंह ने शिकायत की, वहीं चांडिल में बजबजाती नालियों को लेकर रजिया सुल्ताना ने एसडीओ से शिकायत की.
बैठक की सीमाएँ और निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की अनुपस्थिति
इस बैठक में क्षेत्र के अधिकांश निर्वाचित जनप्रतिनिधि अनुपस्थित रहे, जिससे यह कहा जा सकता है कि यह बैठक केवल प्रशासनिक स्तर पर सीमित रह गई. बैठक में चारों प्रखंडों के बीडीओ, सीओ, और कपाली नप के कार्यपालक पदाधिकारी उपस्थित थे, लेकिन क्षेत्र के प्रमुख जनप्रतिनिधि गायब रहे.
समस्याओं का समाधान और प्रशासन का रुख
स्थानीय लोगों का कहना है कि शांति समिति की बैठकों में हमेशा मूलभूत सुविधाओं की समस्याएँ प्रमुख बन जाती हैं, जबकि पर्व त्योहारों से संबंधित मुद्दों पर कोई ठोस समाधान नहीं निकलता. कई लोग मानते हैं कि इन समस्याओं के समाधान के लिए अलग से बैठकें आयोजित की जानी चाहिए.
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