उदित वाणी गम्हारिया : चैत्र के पहले मंगलवार से हुई पूजा की शुरुआत दुग्धा गाँव, गम्हारिया प्रखंड — मंगलवार को दुग्धा गाँव में माँ मंगला की विधिवत पूजा-अर्चना की गई। यह पूजा चैत्र मास के पहले मंगलवार से आरंभ होती है। गाँव के छोर पर स्थित पोखरी से भक्त कलश में जल लेकर अपने घर पहुँचे और कलश स्थापना कर माँ मंगला की आराधना की।
महामारी से रक्षा के लिए होती है पूजा दुग्धा गाँव निवासी सुभाष प्रधान ने बताया कि माँ मंगला को गाँव की रक्षक देवी माना जाता है। उनकी कृपा से गाँव महामारी और अन्य आपदाओं से सुरक्षित रहता है। यह परंपरा दशकों से चली आ रही है और गाँव के लोग पूरे श्रद्धा भाव से इसमें भाग लेते हैं।
बांस की मूर्ति और पलाश के फूलों की सजावट इस पूजा के लिए विशेष रूप से बांस से माँ मंगला की प्रतिमा बनाई जाती है, जिसे झारखंड के राज्यकीय फूल पलाश से सजाया जाता है। पूजा के दौरान महिलाएँ माँ के समक्ष संकल्प लेकर अपने परिवार की सुख-समृद्धि की कामना करती हैं।
मन्नत पूरी होने पर विशेष भागीदारी इस पूजा में विशेष रूप से वे महिलाएँ शामिल होती हैं, जिन्होंने संतान प्राप्ति के लिए माँ मंगला से मन्नत माँगी होती है। पुत्र रत्न की प्राप्ति के बाद वे माँ की पूजा में श्रद्धा पूर्वक भाग लेती हैं।
भक्तों की उमड़ी भीड़ इस वर्ष भी पूजा के दौरान इंदु देवी, जितेंद्र प्रधान, मनोरंजन प्रधान, सोना राम गोप, सुमित गोप, दशरथ प्रधान, सुनीता देवी, सरिता देवी और सबिता गोप सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणों और दूर-दराज से आए श्रद्धालुओं ने माँ मंगला की पूजा में भाग लिया।
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