उदित वाणी, जमशेदपुर: जिला दंडाधिकारी सह उपायुक्त अनन्य मित्तल ने आज पंचायती राज कार्यालय का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने कार्यालय में चल रहे कार्यों की गहन समीक्षा की और कर्मचारियों से उनके आवंटित कार्यों के बारे में जानकारी ली. उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि स्वीकृत पदों की तुलना में कर्मियों की उपलब्धता ठीक है और कार्यों का बंटवारा सही तरीके से किया जा रहा है. साथ ही, कार्य निष्पादन में किसी प्रकार की समस्या तो नहीं आ रही, इस पर भी उन्होंने ध्यान दिया.
संचिकाओं और पंजियों का अवलोकन, सुधार की दिशा में निर्देश
निरीक्षण के दौरान मित्तल ने लॉग बुक, आगत-निर्गत पंजी, रोकड़ पंजी, संचिका और उपस्थिति पंजी का अवलोकन किया. इस दौरान जो भी कमियां पाई गईं, उन पर सुधार करने के लिए संबंधित अधिकारियों और कर्मियों को निर्देशित किया गया. उन्होंने लंबित संचिकाओं को शीघ्र निष्पादित करने और आवंटित कार्यों का समय पर निष्पादन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया.
बायोमेट्रिक उपस्थिति पर ध्यान और कार्य में प्रगति की समीक्षा
जिला दंडाधिकारी ने विशेष रूप से तकनीकी समस्याओं का सामना कर रहे बायोमेट्रिक प्रणाली की ओर ध्यान दिलाया. उन्होंने पंचायत राज पदाधिकारी को निर्देशित किया कि तकनीकी समस्या का समाधान कर बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली को बहाल किया जाए, ताकि अधिकारी और कर्मचारी समय पर कार्यालय में उपस्थित हो सकें. उन्होंने यह भी कहा कि अधिकारी और कर्मचारी कार्य के प्रति जवाबदेह रहें और समय पर कार्यालय पहुंचे.
इसके अलावा, मित्तल ने विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की अद्यतन प्रगति की जानकारी ली और इन योजनाओं में तेजी से प्रगति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया.
बैठक में उपस्थित अधिकारी
इस निरीक्षण के दौरान उप विकास आयुक्त अनिकेत सचान, निदेशक एनईपी संतोष गर्ग, जिला पंचायत राज पदाधिकारी रिंकू कुमारी, कार्यपालक दंडाधिकारी मृत्युंजय कुमार सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे.
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