उदित वाणी, जमशेदपुर: टाटा पावर ने राज्य में अक्षय ऊर्जा और सतत विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाने के लिए एडवांटेज असम 2.0 में एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया है. इसके तहत अगले 5 वर्षों में 30000 करोड़ रुपये के निवेश के साथ राज्य में सौर, पवन, जलविद्युत और ऊर्जा भंडारण सहित 5000 मेगावाट तक की अक्षय और स्वच्छ ऊर्जा परियोजनाओं को जोड़ा जाएगा और उनका समर्थन किया जाएगा.
इस समझौता ज्ञापन पर असम सरकार के प्रधान सचिव विद्युत डॉ. कृष्ण कुमार द्विवेदी और टाटा पावर के सीईओ एवं एमडी डॉ प्रवीर सिन्हा ने असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा और असम सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए. इस सहयोग के हिस्से के रूप में असम सरकार लगभग 20000 एकड़ अतिक्रमण-मुक्त सरकारी भूमि की पहचान और आवंटन को पट्टे के आधार पर सुगम बनाएगी और सौर, पवन, जलविद्युत और ऊर्जा भंडारण परियोजनाओं के लिए उपयुक्त निजी भूमि के अधिग्रहण में सहायता करेगी. इसके अतिरिक्त राज्य निर्बाध संचरण कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने और राज्य एजेंसियों के माध्यम से अक्षय ऊर्जा पार्कों की स्थापना को बढ़ावा देने के लिए बुनियादी ढांचे के विकास का समर्थन करेगा.
इस पहल में ग्रुप कैप्टिव साइटों के लिए भूमि की पहचान करना, उद्योगों और चाय बागानों को असम की भूमि आवंटन और औद्योगिक नीतियों के तहत स्वच्छ ऊर्जा तक पहुँच प्रदान करना भी शामिल होगा. परियोजना निष्पादन में तेजी लाने के लिए सरकार ने वैधानिक अनुमोदन, वित्तीय प्रोत्साहन और अक्षय क्षेत्र में नवाचार के लिए अनुसंधान संस्थानों के साथ सहयोग के लिए एकल-खिड़की मंजूरी के लिए प्रतिबद्धता जताई है. परियोजना कार्यान्वयन और संचालन के लिए प्रशिक्षित कार्यबल तैयार करने के लिए कौशल विकास कार्यक्रम भी शुरू किए जाएंगे.
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