उदित वाणी, बहरागोड़ा: ग्लोबस प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किए जा रहे जल और वायु प्रदूषण की शिकायतों पर प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है. ग्रामीणों के विरोध के बाद एसडीएम सुशील चंद्र, एसडीपीओ अजित कुजूर और सीओ राजा राम मुंडा ने कंपनी में जाकर निरीक्षण किया. ग्रामीणों का आरोप है कि कंपनी से निकलने वाला गंदा पानी और जहरीली गैस उनके स्वास्थ्य और कृषि को गंभीर नुकसान पहुंचा रहे हैं.
सैकड़ों बीघा फसल बर्बाद, ग्रामीणों में आक्रोश
ग्रामीणों ने अधिकारियों को बताया कि बारिश के दौरान जहरीला पानी खेतों में फैल जाता है, जिससे उनकी फसलें नष्ट हो रही हैं. सनत पाल, अजित पाल, बादल सिंह, खाकण सिंह, तरुण पाल, सुरेश सिंह और सुरई सिंह सहित कई किसानों ने अपनी परेशानी अधिकारियों के सामने रखी. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए एसडीएम ने खुद कंपनी के पीछे की जमीन का निरीक्षण किया और तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए.
कंपनी से मांगा जवाब, प्रोजेक्ट मैनेजर तलब
प्रशासनिक अधिकारियों ने कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर कुंदन ओझा और अमितांशु कुमार को तलब कर गंदे पानी के निकास का कारण पूछा. प्रोजेक्ट मैनेजर ने सफाई दी कि जल्द ही पानी का बहाव रोका जाएगा. हालांकि, एसडीएम ने मौखिक आश्वासन को नकारते हुए कंपनी को लिखित आदेश जारी करने और तुरंत समाधान करने का निर्देश दिया. इस दौरान कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट बीबी सिंह मौके पर अनुपस्थित थे.
प्रदूषण के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई
एसडीएम ने स्पष्ट किया कि ग्रामीणों की शिकायतें गंभीर हैं और इस पर ठोस कदम उठाए जाएंगे. ग्लोबस कंपनी से पानी और मिट्टी के नमूने लिए गए हैं, जिन्हें जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा जाएगा. यदि गंदे पानी का निकास तुरंत नहीं रोका गया, तो कंपनी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी.
ग्रामीणों की मांग: स्थायी समाधान हो
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि कंपनी पर सख्त कार्रवाई की जाए ताकि उनकी कृषि भूमि और स्वास्थ्य सुरक्षित रह सके. जांच से यह साफ हो गया है कि ग्लोबस प्राइवेट लिमिटेड ने प्रदूषण रोकने के लिए कोई ठोस उपाय नहीं किए हैं. इससे ग्रामीणों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है और वे जल्द से जल्द न्याय की उम्मीद कर रहे हैं.
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