उदित वाणी, आदित्यपुर: आदित्यपुर रेलवे स्टेशन की स्थापना को आज 23 वर्ष पूरे हो गए हैं. यह उपलब्धि जन कल्याण मोर्चा के आंदोलन और तत्कालीन सांसद आभा महतो के प्रयासों का परिणाम है. दक्षिण पूर्व रेलवे के उप मुख्य वाणिज्य प्रबंधक, कोलकाता द्वारा 19 फरवरी 2002 को जारी अधिसूचना के तहत आदित्यपुर रेलवे स्टेशन की नींव रखी गई थी.
विकास की दिशा में बड़ा कदम
जन कल्याण मोर्चा के अध्यक्ष सह अधिवक्ता ओमप्रकाश द्वारा झारखंड उच्च न्यायालय, रांची में दायर जनहित याचिका के बाद रेलवे स्टेशन के सर्वांगीण विकास का मार्ग प्रशस्त हुआ. रेलवे अधिकारियों के सहयोग से यह स्टेशन धीरे-धीरे विस्तार पाता गया. पहले यहाँ केवल दो प्लेटफॉर्म थे, लेकिन अब पाँच प्लेटफॉर्म उपलब्ध हैं. साथ ही, प्लेटफॉर्म की लंबाई बढ़कर 600 मीटर हो चुकी है.
आदित्यपुर रेलवे स्टेशन पर एक्सप्रेस ट्रेनों के ठहराव की माँग
पिछले 23 वर्षों में हुए उल्लेखनीय विकास से स्थानीय नागरिक संतुष्ट हैं, लेकिन अभी भी स्टेशन पर सभी एक्सप्रेस ट्रेनों के ठहराव की प्रतीक्षा बनी हुई है.
जन कल्याण मोर्चा ने दी अधिकारियों को बधाई
जन कल्याण मोर्चा के अध्यक्ष ओमप्रकाश के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने स्टेशन प्रभारी प्रबंधक एसएस प्रभाकर, ओएस संदीप कुमार और आरपीएफ इंस्पेक्टर अजीत कुमार सिंह से मुलाकात कर स्टेशन के 23 वर्ष पूरे होने पर बधाई दी. इस दौरान प्रतिनिधियों ने डीआरएम, चक्रधरपुर के माध्यम से रेलवे प्रशासन को शुभकामनाएँ दीं.
स्टेशन विस्तार और सुविधाओं पर चर्चा
प्रतिनिधिमंडल ने स्टेशन के विस्तारीकरण और सौंदर्यीकरण कार्यों की सराहना की. साथ ही, कोरोना काल (2020) से बंद सभी एक्सप्रेस ट्रेनों के ठहराव को फिर से सुनिश्चित करने की माँग रखी. इस अवसर पर शारदा देवी, रंजना मिश्रा, दिवाकर झा, एन. के. तनेजा, पांडी मुखी, सुधीर चौधरी, मदन सिंह, रमेश प्रसाद यादव, अशोक कुमार सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे.
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