उदित वाणी, आदित्यपुर: जयप्रकाश उद्यान, आदित्यपुर में रविवार को आयोजित एक बैठक में जेएमटी कंपनी के कामगारों की समस्याओं पर गंभीर चर्चा हुई. बैठक में उपस्थित कर्मचारियों ने प्रबंधन की उदासीनता पर नाराजगी जताई और अपने अधिकारों की रक्षा के लिए आंदोलन की रणनीति पर विचार किया.
अधिग्रहण के बाद भी अनिश्चितता
रामकृष्णा फोर्जिंग लिमिटेड (आरकेएफएल) द्वारा जेएमटी का अधिग्रहण किए जाने के बावजूद, अब तक वहां कार्यरत कामगारों के भविष्य को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. न तो उनकी आरकेएफएल में नियुक्ति हुई है और न ही सेटलमेंट की प्रक्रिया शुरू की गई है. यह स्थिति कामगारों के लिए गहरी चिंता का विषय बन गई है.
इंटक का कड़ा रुख
बैठक में इंटक के प्रदेश अध्यक्ष राकेश्वर पांडेय ने आरकेएफएल प्रबंधन पर जेएमटी कामगारों की उपेक्षा का आरोप लगाया. उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रबंधन को नियमानुसार कामगारों को या तो उनकी इच्छा के अनुरूप नौकरी देनी चाहिए या फिर फाइनल सेटलमेंट की प्रक्रिया तुरंत शुरू करनी चाहिए.
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि प्रबंधन शीघ्र कोई निर्णय नहीं लेता, तो इंटक कामगारों के हित में निर्णायक संघर्ष के लिए बाध्य होगा.
आंदोलन की चेतावनी
बैठक में उपस्थित इंटक के प्रदेश महासचिव (संगठन) राणा सिंह समेत अन्य कामगारों ने भी अपने विचार रखे और एक स्वर में अपनी मांगों को दोहराया. बैठक का मुख्य संदेश यही था कि यदि जल्द समाधान नहीं निकला, तो कामगारों का असंतोष आंदोलन का रूप ले सकता है.
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