उदित वाणी, जमशेदपुर: आज अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद जमशेदपुर ने पुलवामा में हुए शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की. कार्यक्रम का आयोजन शहीद स्थल गोलमुरी में हुआ, जहां परिषद के सभी सदस्यों ने वीर शहीदों को सम्मान देने के लिए श्रद्धासुमन अर्पित किए. 14 फरवरी 2019 को जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर भारतीय सुरक्षा कर्मियों को ले जा रहे सीआरपीएफ के वाहनों पर आत्मघाती हमले में 45 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे. यह हमला जम्मू और कश्मीर के पुलवामा जिले के अवन्तिपोरा के निकट लेथपोरा क्षेत्र में हुआ था.
शहीदों के बलिदान को किया सलाम
शहीदों की शहादत को नमन करते हुए परिषद के सभी सदस्य एकत्रित हुए और बारी-बारी से श्रद्धा सुमन अर्पित किए. इस अवसर पर “भारत माता की जय”, “भारतीय सेना जिन्दाबाद”, और “वीर शहीद अमर रहे” के नारे से कार्यक्रम का माहौल गूंज उठा. इस आयोजन का आरंभ दीप जलाकर और शहीदों के सम्मान में श्रद्धा सुमन अर्पित कर हुआ.
समाज का संकल्प और वीरता का सम्मान
अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद के अध्यक्ष विनय यादव ने अपने संबोधन में कहा, “पुलवामा में हमारे सैनिकों की शहादत व्यर्थ नहीं जानी चाहिए. हमें उनके बलिदान को हमेशा याद रखना चाहिए. जब तक इस तरह के हमलों को रोका नहीं जाएगा, तब तक उनकी शहादत पूरी नहीं मानी जा सकती. हमें इन आतंकवादी तत्वों को पहचान कर उन्हें रोकने की जरूरत है.” इस दौरान शहीदों के सम्मान में दो मिनट का मौन रखा गया.
संगठन का नेतृत्व और भागीदारी
कार्यक्रम में परिषद के अध्यक्ष विनय यादव, संस्थापक वरुण कुमार, और अन्य सदस्य जैसे विनय कुमार यादव, सुखविंदर सिंह, हरि सिंह, संतोष कुमार सिंह, विश्वजीत सावन टुडू, एम के पाठक, परमहंस यादव, धीरज सिंह, लब सिंह, सतीश प्रसाद, किशोरी प्रसाद, देव नारायण सिंह, डीएन सिंह, अनुपम शर्मा, राम बाबू, सिद्धनाथ कुमार, एस के सिंह, निरंजन शर्मा, अमोल कुमार और अन्य पूर्व सैनिक उपस्थित रहे.
हमेशा याद रहेगी शहादत
यह आयोजन न केवल शहीदों की शहादत को याद करने का अवसर था, बल्कि यह इस बात का भी संकेत था कि देश कभी भी अपने वीर सैनिकों के बलिदान को भूलेगा नहीं. उनके योगदान को हमेशा सम्मानित किया जाएगा, और देश के सुरक्षा में उनकी भूमिका अमूल्य रहेगी.
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