उदित वाणी, जमशेदपुर: महाकुंभ के दौरान संगम में डुबकी लगाने के लिए श्रद्धालुओं की आस्था में निरंतर वृद्धि हो रही है. इस बढ़ती संख्या को देखते हुए जमशेदपुर के बस ऑनर्स ने अपनी कई रूटों की बसों को प्रयागराज के लिए चलाना शुरू कर दिया है. सरकारी अनुमति प्राप्त कर यह सेवा शुरू की गई है.
बसों की संख्या में वृद्धि
प्रारंभ में जमशेदपुर से केवल पांच बसों का परिचालन प्रयागराज के लिए हो रहा था. लेकिन श्रद्धालुओं की आस्था और बस संचालकों पर बढ़ते दबाव के कारण अब लगभग 20 बसों को प्रयागराज के लिए चलाया जा रहा है. इन बसों में यात्रा करने का खर्च लगभग 1800 रुपये है, और ये बसें प्रयागराज तक आने-जाने का कार्य कर रही हैं.
जाम और यात्रा में परेशानी
यद्यपि बसों की संख्या बढ़ाई गई है, फिर भी जाम के कारण बसों के परिचालन में थोड़ी समस्या आ रही है. हालांकि, यात्रियों को प्रयागराज तक सुरक्षित पहुंचाया जा रहा है. बढ़ी हुई बसों के बावजूद भी सभी बसें पूरी तरह से भरी हुई हैं.
डायवर्ट किए गए रूट और परेशानियां
सिवान, पटना, बिहार शरीफ और संथाल परगना की ओर जाने वाली बसों को डायवर्ट किया गया है, जिससे इन क्षेत्रों में लोगों को यात्रा करने में कुछ कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.
सुरक्षित यात्रा के इंतजाम
प्रयागराज का सफर करीब 650 किलोमीटर का है, जिससे बस मालिकों ने इस रूट के लिए लग्जरी और बेहतर कंडिशन वाली बसों का चयन किया है. इन बसों की सफाई और मेंटेनेंस पर भी विशेष ध्यान दिया गया है.
बस संचालकों का बयान
बस मालिक नीरज सिंह ने बताया कि बसों की डिमांड काफी अधिक है, लेकिन जाम के कारण यात्रा में कुछ समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं. मोहिनिया के पास डायवर्सन की वजह से सबसे ज्यादा जाम लग रहा है. फिर भी, इस सेवा को महाकुंभ के अंतिम दिन तक जारी रखने का निर्णय लिया गया है.
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